भीलवाड़ा.कहते हैं राजस्थान के रेगिस्तानी समंदर में पानी तो नहीं मिलता मगर यहां की मरुधरा पर ऐसे लोगों ने जन्म लिया है जिन्होंने खेल ही नहीं हर जगत में अपने कर्म भूमि क्षेत्र का नाम रौशन किया है. हम बात कर रहे हैं भीलवाड़ा के रहने वाले एक लाल की जिन्होंने अपने जिले का बॉडी बिल्डिंग में देश में नाम रोशन किया है.
चिराग ने बॉडी बिल्डिंग प्रतियोगिता में जीते 4 स्वर्ण पदक पढ़ेंःकोटा : 1382 नए कोरोना संक्रमित आए सामने, 10 की मौत...चिकित्सा व्यवस्थाएं बदहाल, शहर का हर कोना प्रभावित
अजमेर जिले के ब्यावर में 27 मार्च को आयोजित हुई राष्ट्रीय बॉडी बिल्डिंग प्रतियोगिता में 4 स्वर्ण पदक जीतने वाले चिराग शर्मा का भीलवाड़ा वापस आने पर जोरदार स्वागत किया गया. चिराग ने पहले भी प्रदेश स्तर पर 2 सिल्वर पदक जीते हैं. चिराग अब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत की ओर से खेल कर स्वर्ण पदक लाने की तैयारी कर रहे हैं.
ईटीवी से खास बातचीत करते हुए स्वर्ण पदक विजेता बॉडी बिल्डर चिराग शर्मा ने कहा कि अजमेर जिले के ब्यावर में 4th मिस्टर एंड मिस राजस्थान 2021 और राष्ट्रीय स्तर की काका क्लासिक 2021 बॉडी बिल्डिंग प्रतियोगिता का आयोजन हुआ था. जिसमें उन्होंने 4 गोल्ड और 2 सिल्वर पदक जीते हैं. इसी के साथ ही वह पहले भी मिस्टर राजस्थान रह चुके हैं.
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चिराग के पिता महेंद्र शर्मा भी पहलवान थे और उन्होंने रेसलिंग में 2 ताम्र पदक हासिल किए हैं. चिराग को उनसे ही रेसलिंग और बॉडी बिल्डिंग की प्रेरणा मिली. इसके बाद गुरु एमपी सिंह ने गाइड किया. जिनके देखरेख में चिराग ने बॉडी बिल्डिंग की शुरूआत की. चिराग ने कहा कि मैं अपनी कामयाबी का श्रेय अपने पिता और गुरु को देना चाहूंगा. चिराग आने वाले समय में और तैयारी करके अंतरराष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं में भाग लेकर अपने देश का नाम रोशन करना चाहते हैं.
वहीं, लगातार बढ़ रहे कोरोना संक्रमण को लेकर चिराग ने रोग प्रतिरोधक क्षमता के सवाल पर बोला कि अगर व्यक्ति नशे जैसी आदतों में रहेगा तो कभी इम्युनिटी पावर नहीं बढ़ पाएगी. जरूरत है तो व्यक्ति को रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए 24 घंटे में से 1 घंटा भी अपने शरीर को दे तो व्यक्ति कोरोना ही नहीं हर तरह की बीमारी से लड़ सकता है.