भीलवाड़ा.नगर निकाय चुनाव को लेकर भाजपा के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष और पूर्व मंत्री अरुण चतुर्वेदी बुधवार को एक दिवसीय दौरे पर भीलवाड़ा पहुंचे. इस दौरान उन्होंने ईटीवी भारत से खास बातचीत करते हुए कहा कि हम विकास के मुद्दे पर चुनाव मैदान में जा रहे हैं. उन्होंने दावा किया कि सभी जगह भाजपा का बोर्ड बनेगा.
अरुण चतुर्वेदी ने कांग्रेस पर साधा निशाना पूर्व मंत्री अरुण चतुर्वेदी ने कहा कि भाजपा विकास के मुद्दे पर चुनाव मैदान में जा रही है. हम विकास के मुद्दे पर ही राजनीति करते हैं. आजादी के बाद कांग्रेस ने जाति, संप्रदाय, भाषा की राजनीति की है, लेकिन भाजपा ने विकास का रोड मैप बनाया और उसी आधार पर हम चुनाव मैदान में जा रहे हैं.
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वहीं, रूठे हुए कार्यकर्ता को मनाने के सवाल पर चतुर्वेदी ने कहा कि जो पार्टी के अधिकृत प्रत्याशी के खिलाफ चुनाव मैदान में है, वे सब हमारे कार्यकर्ता हैं. समझाइश के बाद कुछ कार्यकर्ताओं ने नामांकन वापस ले लिए हैं, लेकिन बाकी कार्यकर्ता को पदाधिकारियों की ओर से समझाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि जो अभी खिलाफ में हैं वे भी कमल के फूल में विश्वास रखते हैं, इसलिए एक-दो दिन में वे भी प्रत्याशी के पक्ष में समर्थन कर देंगे.
'राहुल गांधी बेमौसम फसल को बोकर काटने का काम ढूंढ रहे हैं'
कांग्रेस नेता राहुल गांधी की ओर से कृषि कानून बुकलेट जारी करने के सवाल पर पूर्व मंत्री अरुण चतुर्वेदी ने कहा कि मंगलवार को राहुल गांधी ने 'खेती का खून' नामक पुस्तक जारी की है. उन्होंने कहा कि जिस राहुल गांधी को कृषि का अर्थ नहीं पता, आलू-प्याज में बोने का अंतर नहीं पता, खरीफ और रबी की फसल कब बोई जाती वह नहीं पता, वो बेमौसम फसल को बोकर काटने का काम ढूंढ रहे हैं.
'कांग्रेस जगह-जगह विश्वास खो चुकी है'
चतुर्वेदी ने कहा कि उनको पता है कि कांग्रेस खत्म हो चुकी है और जगह-जगह विश्वास खो चुकी है. इस किसान आंदोलन की आड़ में जिसके ऊपर कांग्रेस की पकड़ नहीं है, उसकी आड़ में वोटों की फसल ढूंढने का प्रयास कर रही है. पूरे भारत का किसान मोदी के साथ है. शाहजहांपुर में किसान आंदोलन चल रहा है और वहां भी मतभेद का बिगुल बज चुका है. संपूर्ण देश का किसान इस कानून के साथ है.
भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरुण चतुर्वेदी ने प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर निशाना साधते हुए कहा कि मैं गहलोत सरकार से पूछना चाहता हूं कि केंद्र ने एमएसपी पर 22 रुपए प्रति किलो बाजरे की दर तय कर रखी है, लेकिन प्रदेश में 12 रुपये प्रति किलो के हिसाब से क्यों खरीद हो रही है. उन्होंने कहा कि सीएम गहलोत केंद्र सरकार को पत्र क्यों नहीं लिख रहे हैं. उन्होंने कहा कि अगर गहलोत सरकार पत्र लिख दें तो निश्चित रूप से किसानों को लाभ मिल सकता है.