रामलाल जाट का बड़ा बयान, धर्म की आड़ में उड़ाई जा रहीं संविधान की धज्जियां भीलवाड़ा. विजन इंडिया वेलफेयर सोसाइटी के संरक्षक प्रदेश के राजस्व मंत्री रामलाल जाट की मौजूदगी में शुक्रवार को विशाल रक्तदान शिविर का आयोजन किया जा रहा है. जहां राजस्व मंत्री रामलाल जाट ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि धर्म नीति से राजनीति होनी चाहिए. कुछ लोग धर्म की आड़ में सीट पर या कुर्सी पर बैठकर कानून की धज्जियां उड़ा रहे हैं, लेकिन वह लंबे समय तक चलने वाली राजनीति नहीं है.
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रक्तदान शिविर में बढ़चढ़कर भाग ले रहे युवाःसंविधान निर्माता डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की जयंती के मौके पर विजन इंडिया वेलफेयर सोसायटी की ओर से भीलवाड़ा शहर के रामस्नेही चिकित्सालय परिसर में विशाल रक्तदान शिविर का आयोजन किया जा रहा है. जहां विजन इंडिया वेलफेयर सोसाइटी के संरक्षक प्रदेश के राजस्व मंत्री रामलाल जाट की मौजूदगी में शिविर का आयोजन हो रहा है. जिसमें जिले से काफी युवा बढ़-चढ़कर रक्तदान शिविर में भाग ले रहे हैं. इस शिविर की शुरुआत प्रदेश के राजस्व मंत्री रामलाल जाट, संत महात्मा, जिला कलेक्टर आशीष मोदी एवं जिला पुलिस अधीक्षक आदर्श सिद्धू ने दीप प्रज्ज्वलन कर की. इस दौरान प्रदेश के राजस्व मंत्री रामलाल जाट ने प्रेस से मुखातिब होते हुए विपक्षी पार्टियों पर निशाना साधते हुए कहा कि कुछ लोग निजी स्वार्थ व सत्ता में आने के लिए संविधान की धज्जियां उड़ाते हैं. अगर संविधान से चले तो वस्त्रनगरी के नाम से विख्यात भीलवाड़ा में भी अमन, चैन व शांति रहेगी.
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वर्ष में दो दिन आयोजित होता है रक्तदान शिविरः राजस्व मंत्री रामलाल जाट ने रक्तदान शिविर को लेकर कहा कि समाज और सोसाइटी में हमारे महापुरुष हैं. जिनके नाम से मूर्तियां लगाई जाती हैं. मेले भरते हैं उनके विचारों को आमजन तक पहुंचाने की हम सब लोगों की जिम्मेदारी बनती है. उसी के तहत विजन इंडिया वेलफेयर सोसायटी की ओर से वर्ष भर में 2 अक्टूबर व 14 अप्रैल, 2 दिन तय कर रखें. इस दिन रक्तदान शिविर का आयोजन किया जाता है. 14 अप्रैल को डॉ. भीमराव अंबेडकर जयंती मनाई जाती है. वह भारत के संविधान निर्माता है और उनकी वजह से हम सब सुरक्षित हैं. संविधान निर्माता डॉक्टर भीमराव अंबेडकर के विचार हर घर तक पहुंचे. जिससे देशभर में अमन-चैन और शांति रहे. इसीलिए रक्तदान शिविर का आयोजन किया जाता है.
समाज में बिगड़ रही सामाजिक समरसताः आज देश में सामाजिक समरसता बिगड़ती जा रही है. राजस्व मंत्री रामलाल जाट ने सामाजिक समरसता का उदाहरण देते हुए कहा कि भीलवाड़ा में भी कुछ लोग निजी स्वार्थ व राज में आने के लिए संविधान की धज्जियां उड़ाते हैं. अगर संविधान से चले तो वस्त्रनगरी के नाम से विख्यात भीलवाड़ा में अमन, चैन व शांति रहेगी. डॉक्टर भीमराव अंबेडकर के संविधान को मुख्य रूप से हर आदमी लेकर चलेगा तो हमें पुलिस प्रशासन की भी जरूरत नहीं पड़ेगी. इसी के उपलक्ष में यह ब्लड कैंप रखा है. इसमें हजारों युवा भाग ले रहे हैं. भीलवाड़ा जिले में साल भर में 40 हजार यूनिट रक्त का संग्रहण होता है. उसमें से 35 हजार यूनिट इस रक्त की यहीं पर खपत हो रही है.