डीग (भरतपुर).चंबल परियोजना में लोगों को समुचित पेयजल मिल सके, उद्देश्य से शहर में जगह-जगह पाइप लाइन डालने का कार्य किया जा रहा है. पाइप लाइन डालने के इस कार्य में चंबल परियोजना से जुड़े अधिकारियों का भ्रष्ट रवैया सामने आया है. शहर के कई हिस्सों में बगैर पाइप लाइन डाले ही चंबल परियोजना के अधिकारियों ने कागजों मेें चंबल पाइप लाइन डालने के साथ क्षतिग्रस्त हुई सड़कों की मरम्मत कार्य पूर्ण दिखाकर नगर पालिका से अनापत्ति प्रमाण पत्र के लिए स्वीकृति मांगी है.
शहर में चंबल परियोजना में 26 किमी पाइपलाइन डाले जाने का कार्य किया गया था. जिससे आमजन के लिए चंबल के पानी की सुचारू आपूर्ति हो सके. कई हिस्सों के लोगों की शिकायत है कि उनके क्षेत्र में पाइप लाइन डाली ही नहीं गई. यह कार्य चंबल परियोजना में टेंडर प्रक्रिया के माध्यम से कराया जा रहा है. जिसमें पाइप लाइन बिछाने में जमकर खामियां सामने आ रही हैं. जहां बगैर पाइपलाइन डाले ही एनओसी ली जा रही है. वहीं जगह-जगह पर पाइप लाइन का कार्य आधा-अधूरा छोड़ दिया गया है. जिससे लोगों को बड़ी ही परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
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महिलाओं ने किया प्रदर्शन
मामले के खुलासे के बाद महिलाओं ने चंबल परियोजना में अधिकारियों के इस भ्रष्ट रवैये के खिलाफ प्रदर्शन किया है. महिलाओं ने बताया कि चंबल के पानी के लिए गलियों में पाइप लाइन डलवाने को लेकर वो कई बार अपने पार्षद से कह चुकी हैं. पार्षद मुकेश सिंह ने बताया कि वो वार्ड में पाइप लाइन डलवाने के लिए कई दिनों से महिलाओं को आश्वस्त कर रहे थे. नगर पालिका से जानकारी हुई कि उनके वार्ड में बीएड काॅलेज से रेवाड़ी मोहल्ले तक पाइप लाइन दिखाकर चंबल के अधिकारी एनओसी ले रहे हैं लेकिन हकीकत में उक्त जगह पाइप लाइन डाली ही नहीं गई.