भरतपुर. पानी की कमी से जूझ रहे विश्व प्रसिद्ध केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान को इस मानसून में भरपूर पानी मिलने की संभावना है. पांचना बांध से छोड़ा गया पानी गुरुवार को केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान पहुंच जाएगा. जल संसाधन विभाग के अधिकारियों की मानें तो करीब 300 एमसीएफटी पानी केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान को मिलने की उम्मीद है. इससे घना की इस सीजन की पानी की जरूरत काफी हद तक पूरी हो जाएगी.
दरअसल, करौली जिले के पांचना बांध से छोड़ा गया पानी भरतपुर जिले के सेवला क्षेत्र से आगे निकल आया है. जल संसाधन विभाग के अधीक्षण अभियंता राकेश गुप्ता ने बताया कि बुधवार दोपहर तक सेवला में करीब 1100 क्यूसेक पानी पहुंच गया है.
राकेश गुप्ता ने बताया कि गुरुवार तक केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान में पांचना बांध का पानी पहुंच जाएगा. उम्मीद है कि घना को पांचना से करीब 300 एमसीएफटी पानी उपलब्ध हो सकेगा, जो कि केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान की वर्षभर की जरूरत का काफी बड़ा भाग है.
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बता दें, इस बार अच्छी मानसूनी बरसात के चलते पांचना बांध का पानी छोड़ा गया है, जोकि समोगर, ब्रह्मबाद और सेवला होते हुए घना और यहां से उत्तर प्रदेश की ओर जायेगा। इस बार पांचना बांध से केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान को करीब 300 एमसीएफटी पानी मिलने की उम्मीद है। जबकि केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान को पूरे एक सीजन में करीब 550 एमसीएफटी पानी की आवश्यकता होती है।