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भरतपुर: कलेक्टर और आईजी से विधायक जाहिदा खान की वार्ता के बाद समाप्त हुआ ग्रामीणों का धरना

भरतपुर के कामां क्षेत्र के जुरहरा थाना के गांव खेड़ली नानू में गुरुवार रात दिल्ली पुलिस और ग्रामीणों में झड़प के दौरान हुई फायरिंग में गोली लगने से एक युवक सद्दाम मेव की मौत हो गई थी. इस मामले में कलेक्टर और आईजी से विधायक जाहिदा खान की वार्ता के बाद ग्रामीणों का धरना समाप्त हुआ.

Kaman Bharatpur News,  ग्रामीणों का धरना
भरतपुर में वार्ता के बाद समाप्त हुआ ग्रामीणों का धरना

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Published : Dec 23, 2020, 9:58 PM IST

कामां (भरतपुर).जिले केकामां क्षेत्र के जुरहरा थाना के गांव खेड़ली नानू में गुरूवार रात को आरोपियों की धरपकड़ के लिए दबिश देने आई दिल्ली पुलिस और ग्रामीणों में झड़प के दौरान हुई फायरिंग में गोली लगने से एक युवक सद्दाम मेव की मौत हो गई थी. 6 दिन बीत जाने के बाद भी जुरहरा पुलिस की ओर से मामला दर्ज नहीं किए जाने के विरोध में सैकड़ों की संख्या में दर्जनों गांवों के ग्रामीणों ने कामां पहुंच कर पुलिस उपाधीक्षक और उपखंड अधिकारी कार्यालय का घेराव कर पड़ाव डाल दिया.

भरतपुर में वार्ता के बाद समाप्त हुआ ग्रामीणों का धरना

इस दौरान पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी कर अपना आक्रोश व्यक्त कियाा. वहीं, मामला बढ़ता देख आईजी संजीव नार्जरी और कलेक्टर नथमल डिडेल कामां पहुंचे और डाक बंगले में विधायक जाहिदा खान, पूर्व प्रधान जलीस खान सहित ग्रामीणों के प्रतिनिधि मंडल के बीच करीब एक घंटे वार्ता चली. जिसके के बाद पुलिस अधिकारियों द्वारा कार्रवाई का आश्वासन दिए जाने के बाद ग्रामीणों का धरना प्रदर्शन समाप्त हो सका.

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उल्लेखनीय है कि जुरहरा थाना क्षेत्र के गांव खेड़ली नानू में गुरुवार देर रात को दिल्ली पुलिस द्वारा आरोपियों की धरपकड़ के लिए दबिश दी गई थी. इस दौरान ग्रामीणों व दिल्ली पुलिस में झड़प हो गई थी. जिसके बाद दिल्ली पुलिस द्वारा फायरिंग कर दी गई थी, जिसमें गांव के ही 20 वर्षीय युवक जिलशाद उर्फ सद्दाम मेव की गोली लगने से मौत हो गई थी. इसके बाद से ही मृतक युवक का शव भरतपुर आरबीएम अस्पताल की मोर्चरी में रखा हुआ है. वहीं, पिछले 6 दिनों से ग्रामीण जुरहरा थाने में मामला दर्ज कराने के लिए चक्कर काट रहे हैं, लेकिन पुलिस द्वारा अभी तक आरोपी दिल्ली पुलिस के जवानों के खिलाफ मामला दर्ज नहीं किया गया है. इसको लेकर दिनों-दिन ग्रामीणों में रोष बढ़ता जा रहा था. मंगलवार को ग्रामीणों का गुस्सा फूट पड़ा और दर्जनों गांवो के सैकड़ों ग्रामीण एकत्रित होकर कामां कस्बे की कोसी चौराहे पहुंचे और जुलूस निकालकर पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की. साथ ही उपखंड कार्यालय पहुंचकर सीईओ व एसडीएम कार्यालय का घेराव कर पड़ाव डाल दिया.

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पड़ाव डाले जाने के बाद पूर्व प्रधान जलीस खान भी एसडीएम कार्यालय पहुंचे. ग्रामीणों के शिष्टमंडल को साथ लेकर एसडीएम और सीओ के साथ वार्ता की. लेकिन, बात नहीं बन सकी. इसके बाद आईजी सजीव नार्जरी पहुंचे और डाक बंगले में विधायक जाहिदा खान व पूर्व प्रधान जलीस खॉन के साथ कमरे में करीब एक घंटे तक वार्ता चली. वार्ता के बाद कलेक्टर और आईजी ने ग्रामीणों को आश्वासन देते हुए कहा कि मामला दर्ज कर आरोपियों की गिरफ्तारी के प्रयास किए जाएंगे, जो भी दोषी होगा उसे सजा जरूर मिलेगी. पीड़ित परिवार को मुआवजा को मुआवजा दिलाया जाएगा.

आईजी ने कहा कि कामां मेवात क्षेत्र में बाहर की पुलिस आए दिन बिना स्थानीय पुलिस को सूचना द्ए लोगों को उठाकर ले जाती है, जिसका स्थानीय पुलिस को पता भी नहीं चलता, इसके लिए अन्य राज्यों की पुलिस को कामा सर्किल में कार्रवाई करने से पूर्व स्थानीय पुलिस में अपनी आमद दर्ज कराना सुनिश्चित किया जाएगा. वहीं, जहां तक संभव हो सकेगा बाहर की पुलिस को रात की बजाय दिन में ही कार्रवाई करने के निर्देश दिए जाएंगे.धरना प्रदर्शन करने वालों में कांग्रेसी नेता खुर्शीद अहमद जुरहरा, ग्राम पंचायत सहसन के सरपंच जुबेर खान, धीमरी सरपंच ताहिर खान, जमशेद थलचाना सहित दर्जनों गांव के ग्रामीण मौजूद थे.

विधायक के हस्तक्षेप के बाद सफल हुई वार्ता

ग्रामीणों द्वारा एसडीएम कार्यालय और सीओ कार्यालय का घेराव और प्रदर्शन किया जा रहा था. जहां पहले दौर की वार्ता असफल रहने के चलते दूसरे दौर की वार्ता में कामां विधायक जाहिदा खान एवं पूर्व प्रधान जलीस खान, ब्लॉक कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष श्री चंद्र गौड़ ने भरतपुर जिला कलेक्टर नथमल डिडेल सहित आईजी राजीव के साथ वार्ता की. इसके बाद वार्ता सकारात्मक रही, जहां विधायक जाहिदा खान की ओर से ग्रामीणों को निष्पक्ष रुप से न्याय दिलाने का आश्वासन दिया. इसके बाद ग्रामीण शांत हुए और अपना धरना प्रदर्शन समाप्त किया. अगर विधायक हस्तक्षेप नहीं करती तो शायद ग्रामीणों का धरना प्रदर्शन जारी रहता.

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