भरतपुर. पर्यटन मंत्री विश्वेंद्र सिंह ने मंगलवार को सर्किट हाउस में जनसुनवाई की. इस दौरान जिले के अलग-अलग क्षेत्रों से लोग बिजली पानी सड़क और अन्य समस्या लेकर पहुंचे. जनसुनवाई के दौरान ही एक बेरोजगार युवक भी पहुंचा, जिसने पर्यटन मंत्री विश्वेंद्र सिंह को बताया कि उनके लिखे पत्र को मेडिकल कॉलेज प्राचार्य ने वापस लौटा दिया है. इस पर प्राचार्य को जनसुनवाई में बुलाया और मंत्री के पत्र को वापस लौटाने पर पर्यटन मंत्री विश्वेंद्र सिंह और जिला कलेक्टर ने जमकर लताड़ लगाई. प्राचार्य की इस लापरवाही पूर्ण रवैया पर अब जिला कलेक्टर आलोक रंजन उन्हें नोटिस देंगे.
दरअसल, पर्यटन मंत्री विश्वेंद्र सिंह ने मेडिकल कॉलेज भरतपुर में यूटीबी आधार पर नर्सिंग ऑफिसर पद के लिए कुछ युवकों के लिए पत्र लिखा था, लेकिन प्राचार्य डॉ. सुभाष बंसल ने उस पत्र को वापस युवकों को लौटा दिया. युवक पवन सिंह ने बताया कि प्राचार्य ने ये कहते हुए पत्र लौटा दिया कि ऐसे पत्र बहुत आते हैं. मंगलवार को जनसुनवाई में युवकों ने अपनी पीड़ा पर्यटन मंत्री विश्वेंद्र सिंह को सुनाई. इस पर प्राचार्य डॉ. सुभाष बंसल को जनसुनवाई में बुलाया गया. प्राचार्य की तरफ से किए गए गैर जिम्मेदाराना व्यवहार पर पर्यटन मंत्री विश्वेंद्र सिंह और जिला कलेक्टर ने उन्हें जमकर लताड़ लगाई. प्रधानमंत्री विश्वेंद्र सिंह और जिला कलेक्टर ने प्राचार्य डॉ. सुभाष बंसल से पूछा कि आपने एक मंत्री की चिट्ठी को वापस कैसे किया. इसका जवाब दीजिए.