भरतपुर. जिले में मंगलवार सुबह से ही तौकते तूफान का असर देखने को मिला. जहां, कई क्षेत्रों में तेज हवा के साथ तेज गति से बरसात भी हुई, जबकि अन्य क्षेत्रों में सुबह से ही हल्की बूंदाबांदी जारी रही. ऐसे में जिला कलेक्टर ने तूफान को देखते हुए सभी विभागों और संभाग की एसडीआरएफ को अलर्ट कर दिया है. इसके साथ ही जिले के सभी कर्मचारियों और अधिकारियों को मुख्यालय नहीं छोड़ने के निर्देश भी जारी किए हैं.
बता दें कि, तौकते तूफान को लेकर 18 से 19 और 20 मई को मौसम विभाग ने चेतावनी जारी की है. वहीं, इसे लेकर कलेक्टर हिमांशु गुप्ता ने बताया कि तूफान की चेतावनी को देखते हुए सभी उपखंड अधिकारियों को अलर्ट रहते हुए मुख्य मार्ग बाधित ना हों इसके लिए निर्देश दिए गए हैं. इसके साथ ही अलवर के भिवाड़ी से ऑक्सीजन सप्लाई के लिए नगर, डीग, कुम्हेर, भरतपुर मार्ग को ग्रीन कॉरिडोर बनाया गया है. साथ ही ही यह मार्ग अवरुद्ध ना हो इसकी व्यवस्था के लिए सार्वजनिक निर्माण विभाग एवं पुलिस विभाग सहित राजस्व अधिकारियों को निर्देशित किया गया है.
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वहीं, पुलिस अधीक्षक देवेंद्र कुमार विश्नोई ने बताया कि विभाग द्वारा सभी पुलिसकर्मियों के साथ ही डीक्यूआरटी, होमगार्ड, नागरिक सुरक्षा सर्च और रेस्क्यू टीम को संसाधनों के साथ तैयार रहने और एसडीआरएफ और एनडीआरएफ से भी समन्वय स्थापित कर संसाधनों के साथ रेड अलर्ट मोड़ पर चक्रवात से उत्पन्न होने वाली परिस्थितियों से निपटने के लिए तैयार रखा गया है.
साथ ही इस दौरान उन्होंने बताया कि कोरोना मरीजों के उपचार में भी किसी प्रकार की बाधा उत्पन्न ना हो इसके लिए कोविड केअर सेंटर और ऑक्सीजन प्लांटों पर बिजली व्यवस्था बाधित ना हो इसके लिए जेनरेटर सेट लगवा कर वैकल्पिक व्यवस्था करवा दी गई है. साथ ही आपदा प्रबंधन के तहत ऑक्सीजन का बफर स्टॉक आरक्षित कर टैंक को क्षमता अनुसार भरवा दिया गया है, जिससे 2 दिन तक ऑक्सीजन आपूर्ति आसानी से संभव हो सके.
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वहीं, कलेक्टर हिमांशु गुप्ता ने जिले वासियों से 18 से 20 मई के दौरान घरों से कम से कम निकलने की अपील की है, ताकि तूफान और कोरोना संक्रमण से सुरक्षित रहा जा सके. इसके साथ ही उन्होंने बताया कि जिले के पटवारी, गिरदावरी, ग्राम विकास अधिकारी, कृषि पर्यवेक्षक, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहित सभी को मुख्यालय नहीं छोड़ने के निर्देश दिए गए हैं.