भरतपुर. सूर्यवंशी, कुशवाहा, मौर्य, सैनी और माली समाज के आरक्षण आंदोलन के तीसरे दिन (Saini Samaj movement for reservation ) शाम को संघर्ष समिति के संयोजक मुरारी लाल सैनी के नेतृत्व में 11 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल संभागीय आयुक्त कार्यालय पहुंचा. यहां पर संभागीय आयुक्त सांवरमल वर्मा, आईजी प्रसन्न कुमार खमेसरा, कलेक्टर आलोक रंजन और एसपी श्याम सिंह के साथ प्रतिनिधिमंडल की सकारात्मक वार्ता हुई.
प्रतिनिधिमंडल ने अपनी तीन महत्वपूर्ण मांगे प्रशासन के समक्ष रखीं. साथ ही संयोजक मुरारी लाल सैनी ने कहा कि राजस्थान सरकार के प्रतिनिधि के रूप में कैबिनेट मंत्री विश्वेंद्र सिंह से वार्ता कर अपनी मांग रखेंगे. उसके बाद आगे की रणनीति तय की जाएगी. संभागीय आयुक्त कार्यालय पहुंचे संयोजक मुरारी लाल सैनी ने कहा कि उनका समाज बीते 8 साल से मुख्यमंत्री, प्रदेश के 33 कलेक्टर, एसडीएम के सामने ज्ञापन दे चुका है.
संघर्ष समिति के संयोजक मुरारीलाल सैनी का बयान पढ़ें: Rajasthan Reservation Movement : अलग आरक्षण की मांग सामाजिक जनगणना के बिना कैसे होगी पूरी, MBC रिजर्वेशन को भी कोर्ट में दी थी चुनौती...
जनसंख्या के अनुसार 12 फीसदी आरक्षण दिया जाए: उन्होंने कहा कि उनकी समाज को ओबीसी आरक्षण मिला हुआ है. लेकिन आर्थिक हालत कमजोर होने की वजह से उनके बच्चे ओबीसी में सफलता हासिल नहीं कर पाते. इसलिए उन्हें प्रदेश में उनकी जनसंख्या के अनुसार 12 फीसदी आरक्षण दिया जाए. मुरारी लाल सैनी ने बताया कि प्रशासनिक अधिकारियों के साथ उनकी वार्ता सकारात्मक रही है. अब राजस्थान सरकार के प्रतिनिधि कैबिनेट मंत्री विश्वेंद्र सिंह से वार्ता करते हुए अपनी मांग रखेंगे. जिससे सरकार तक उनकी बात पहुंच सके.
1558 के खिलाफ मामला दर्जःवही 3 दिन से जयपुर आगरा हाईवे पर चल रहे सैनी समाज के आरक्षण आंदोलन में हाईवे जाम करने को लेकर लखनपुर थाने में 1558 लोगों के खिलाफ मामले दर्ज किए गए हैं. इनमें से 58 मामले नामजद दर्ज किए गए हैं. बता दें कि मंगलवार को दिन भर जिला कलेक्टर और एसपी की ओर से समाज के प्रतिनिधियों के साथ वार्ता के दौर चले थे. उसके बाद मंगलवार शाम को संभागीय आयुक्त कार्यालय में संयोजक मुरारी लाल सैनी एवं अन्य प्रतिनिधिमंडल वार्ता के लिए पहुंचा. वहीं अभी तक सैनी समाज की ओर से हाईवे पर आरक्षण आंदोलन जारी है. संभावना जताई जा रही है कि बुधवार को समाज और कैबिनेट मंत्री विश्वेंद्र सिंह के बीच वार्ता के बाद कोई सकारात्मक रुख नजर आ सकता है.