भरतपुर. पुनर्वास की मांग को लेकर गुरुवार को 55 परिवारों के लोग भरतपुर आईजी भूपेंद्र साहू से मिले. इन परिवार के लोगों ने 2 दिन पहले ही जिला कलेक्टर आरुषि अजय मालिक को ज्ञापन दिया था और मांग की थी जल्द से जल्द इन्हें अपने गांव विलाल चटपुरा भेजा जाए.
अपने गांव में ही घुसने से डर रहे 55 परिवार जिसके बाद से ये 55 परिवार के लोग आईजी कार्यालय के बाहर धरना देकर बैठ गए है. साथ ही 55 परिवारों के लोगों ने अपने गांव वापस जाने की मांग रखी है. पीड़ित परिवार के लोगों ने बताया कि आईजी ने इस मामले को लेकर एडीएफ और सीओ ग्रामीण परमाल गुर्जर को नियुक्त किया है.
दरअसल साल 2017 में विलाल चटपुरा गांव मे जमीनी विवाद को लेकर खूनी संघर्ष हुआ था. जिसमें दो गुट आमने-सामने हो गए थे. इस लड़ाई में दूसरी पार्टी के 2 लोगो की मौत हो गई थी. जिसके बाद उस पार्टी के लोगों ने 55 परिवार के लोगों के मकान जला दिए और महिलाओ को नग्न अवस्था में गांव में घुमाया. जिसके डर से 55 परिवार गांव से पलायन कर गए.
कुछ समय बाद जब 55 परिवारों के लोग वापस अपने गांव गए तो उनके साथ मारपीट की गई और गांव में नहीं आने की धमकी दी गई. ये 55 परिवार 2 साल से सड़क के किनारे रहकर अपना जीवन गुजर बसर कर रहे हैं. इस दौरान ये लोग कई बार मंत्रियों और अधिकारियों से मिले लेकिन इनकी कही भी सुनवाई नहीं हुई.
हालांकि पुलिस ने हत्या के कई आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और करीब 8 आरोपी अभी भी फरार हैं. जिसके बाद इन परिवार के लोगों ने आज फैसला किया है कि आज ये गांव जाएंगे और अब जो होगा उसका सामना किया जाएगा क्योंकि कोई भी अधिकारी या मंत्री इनकी सुनवाई नहीं कर रहा है.