डीग (भरतपुर).आधुनिक मशीनीकरण के युग में शिक्षित युवाओं को तो बेरोजगार किया ही है. वहीं छोटे तबके के मजदूरों की रोजी-रोटी पड़ भी ग्रहण लगता नजर आ रहा है, जहां गर्मी के मौसम में लोग मिट्टी से निर्मित मटकों में भरे ठंडे पानी का लुफ्त लेते थे. वहीं अब बाजारों में रेफ्रिजरेटर आ जाने से कस्बे में मिट्टी के बने बर्तनों की बिक्री पर खासा असर पड़ा है.
मिट्टी के बर्तन बनाने वाले प्रजापत समाज के लोगों को अब चिंता सताने लगी है. वहीं डीग कस्बे में 60 से 70 प्रजापत परिवार इसी व्यवसाय में लगे हैं और इसके अलावा और कोई रोजी रोटी का स्रोत नहीं है. इसी तरह गत वर्ष कोरोना काल के समय बाहरी क्षेत्रों में आवागमन बंद होने से भी असर इन व्यवसायियों के धंधे पर पड़ा था. जबकि उपखंड क्षेत्र के अलावा मिट्टी के बर्तनों की मांग रहती है. वहीं इसी व्यवसाय में वर्षों से लगी प्रजापत समाज की एक वृद्ध महिला ने बताया कि पहले घरों में मिट्टी के बर्तनों की काफी मांग रहती थी और अच्छे भावों में मटके बिकते थे. वहीं अब बाजार में रेफ्रिजरेटर आने से मटकों की बिक्री में बहुत कमी आई है.