कामां (भरतपुर). जिले केकामां कस्बे के मनसा देवी मंदिर के पास बिलंग रोड पर 200 वर्ष पुरानी पोखर पर समुदाय विशेष के कुछ लोगों ने जेसीबी से नीम खोदकर अतिक्रमण करने का प्रयास किया. जिसे लेकर कस्बे के लोगों में खासी नाराजगी देखी जा रही है. इसी कड़ी में लोगों ने एक बैठक कर प्रशासन को ज्ञापन के माध्यम से अवगत कराने का निर्णय लिया. बता दें कि लोगों के एक शिष्टमंडल ने एसडीएम विनोद कुमार मीणा को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपकर अतिक्रमण करने वाले के विरुद्ध कार्रवाई कराए जाने की मांग की है.
200 वर्ष पुरानी सार्वजनिक पोखर पर अतिक्रमण, आक्रोशित लोगों ने SDM से की शिकायत - आक्रोशित लोगों ने एसडीएम से शिकायत की
भरतपुर के कामां कस्बे के मनसा देवी मंदिर के पास 200 वर्ष पुरानी पोखर पर अतिक्रमण करने के प्रयास का मामला सामने आया है. जिस पर आक्रोशित लोगों ने अतिक्रमण करने वाले लोगों के विरुद्ध कार्रवाई करने के लिए कामां एसडीएम को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा है. साथ ही अवगत कराया कि यदि इस अवैध कब्जे को नहीं रोका गया तो कोई सामुदायिक दंगा भड़क सकता है, जिसकी जिम्मेदारी स्थानीय प्रशासन की होगी.
इसके बाद शीघ्र ही पोखर पर अतिक्रमण करने वाले लोगों के विरुद्ध कार्रवाई करने के लिए कामां एसडीएम विनोद कुमार मीणा को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा गया. साथ ही अवगत कराया गया है कि यदि इस अवैध कब्जे को नहीं रोका गया तो कोई सामुदायिक दंगा भड़क सकता है. जिसकी जिम्मेदारी स्थानीय प्रशासन की होगी. जिसके बाद एसडीएम विनोद कुमार मीणा ने कामां नगरपालिका के अधिशासी अधिकारी को मामले की जांच कर आवश्यक कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं.
पोखर विवाद को लेकर कई वर्ष पहले गोपालगढ़ में हुआ था हिंदू-मुस्लिम दंगा..
कामां क्षेत्र जो हिंदू-मुस्लिम भाईचारे का प्रतीक माना जाता है. जहां सभी समुदाय के लोग आपसी भाईचारे और सद्भावना के साथ रहते हैं. समाजसेवी विजय मिश्रा ने बताया कि कुछ लोग आपसी भाईचारे को बिगाड़ कर सांप्रदायिक विवाद उत्पन्न करना चाहते हैं. ऐसा ही कई वर्ष पहले एक पोखर के विवाद को लेकर गोपालगढ़ में देखने को मिला था. जहां गोपालगढ़ में सांप्रदायिक विवाद भड़क गया और कई लोगों की जान चली गई थी. जिसके काफी समय बाद लोगों में आपसी भाईचारा कायम हो सका है, लेकिन कस्बा के देवी गेट स्थित पोखर पर दोबारा से समुदाय विशेष के लोगों द्वारा अतिक्रमण कर सांप्रदायिक विवाद को उत्पन्न करने पर उतारू हो रहे हैं. जिसके चलते स्थानीय प्रशासन को गंभीर कदम उठाते हुए पोखर पर अतिक्रमण करने वाले लोगों के विरुद्ध तुरंत प्रभाव से कानूनी कार्रवाई अमल में लानी चाहिए. जिससे क्षेत्र में आपसी भाईचारा कायम रह सके और कोई सांप्रदायिक विवाद क्षेत्र में उत्पन्न ना हो.