भरतपुर. जिले के बयाना थाने में बाइक चोरी के आरोप (Bike Theft Case in Bharatpur) में निरुद्ध किए गए एक नाबालिग की मंगलवार देर शाम को थाने में तबीयत बिगड़ गई. तबीयत बिगड़ने पर पुलिस उसे तुरंत बयाना के अस्पताल लेकर पहुंची, जहां चिकित्सकों ने नाबालिग को आरबीएम जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया. उधर, नाबालिग की तबियत बिगड़ने की सूचना पर परिजनों ने पुलिस पर नाबालिग को पीटने का आरोप लगाते हुए हंगामा कर दिया.
जानकारी के अनुसार बीते दिनों कस्बे के दमदमा रोड स्थित एक प्राइवेट हॉस्पिटल के बाहर से महिला मरीज के परिजन गांव सिंघाड़ा निवासी संतोष कुशवाह की बाइक चोरी हुई थी. मामले में मंगलवार को पुलिस ने नाबालिग को पकड़ा. पूछताछ में आरोपी ने पुलिस को बताया कि उसके साथ वारदात में गांव नगला अंडुआ निवासी नाबालिग भी शामिल था.
जिसके बाद पुलिस नाबालिग को पूछताछ के लिए थाने पर लाई. इस दौरान नाबालिग को मिर्गी के दौरे आने लग गए. ऐसे में पुलिस ने नाबालिग को अस्पताल में भर्ती कराया. बयाना सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सकों ने बताया कि नाबालिग को मिर्गी के दौरे आ रहे थे. नाबालिग को आरबीएम जिला अस्पताल रैफर कर दिया है.
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बयाना सीओ अजय कुमार शर्मा ने बताया कि बाइक चोरी के मामले में नाबालिग की भूमिका सामने आई थी. उसे थाने लाकर पूछताछ की जा रही थी. उसे अचानक मिर्गी के दौरे आना शुरू हो गए. उसके परिजनों को सूचना देकर उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया. अस्पताल में परिजनों ने बेबुनियाद आरोप लगाकर हंगामा कर दिया. फिलहाल, नाबालिग का आरबीएम अस्पताल में उपचार चल रहा है.
अस्पताल में नाबालिग की तबीयत खराब देख परिजनों ने हंगामा खड़ा कर दिया. महिला परिजनों ने पुलिसकर्मियों से हाथापाई तक कर दी. परिजनों ने पुलिस पर थाने में नाबालिग के साथ मारपीट करने का आरोप लगाते हुए काफी देर तक हंगामा किया. इसके बाद ग्रामीण भी अस्पताल पहुंच गए.
दारू पीकर पीटा, 2 लाख रुपए मांगे- नाबालिग की मौसी का कहना है कि नाबालिग बयाना में अपनी किताब खरीदने आया था. कोई अनजान व्यक्ति उसे एक बाइक के पास खड़ा कर गया और पुलिस उसे पकड़ ले गई. महिला का आरोप था कि बाद में परिजन नाबालिग को छुड़ाने गए तो छोड़ने की एवज में एक लाख रुपए मांगे. बाद में जान पहचान वालों से पुलिस को कॉल कराया तो वो छोड़ने के लिए 2 लाख रुपए मांगने लगे. आरोप है कि रुपए नहीं दिए तो पुलिस वालों ने शराब पीकर नाबालिग के साथ पिटाई की. नाबालिग के हाथों की अंगुलियों में पेन लगाकर पिटने, हाथों के नाखूनों को कुचलने का भी आरोप है.