भरतपुर. देशभर में ऑनलाइन ठगी की घटनाओं के मामले में भरतपुर और अलवर का मेवात क्षेत्र उत्तर भारत का 'जामताड़ा' बन गया है. पुलिस आंकड़ों की माने तो मेवात क्षेत्र के ठगों ने अब तक देश के करीब 20 राज्यों में सैकड़ों ठगी की वारदातों को अंजाम दिया है. कभी ओएलएक्स पर सस्ती कार, तो कभी जेनरेटर सेट और सीसीटीवी लगवाने के बहाने ऑनलाइन ठगी की घटनाओं को अंजाम दिया है. लेकिन बीते 5 माह में भरतपुर पुलिस ने एक के बाद एक विभिन्न राज्यों की पुलिस के साथ संयुक्त ऑपरेशन चलाकर न केवल मेवात के ठगों के खिलाफ कार्रवाई की है बल्कि बड़ी संख्या में 225 बदमाशों को भी गिरफ्त में लिया है.
नकली सोने की ईंट से ऑनलाइन ठगी तक
पुलिस अधीक्षक डॉ. अमनदीप सिंह कपूर ने बताया कि राजस्थान के अलवर, भरतपुर, हरियाणा के नूंह और उत्तर प्रदेश के मथुरा जिले से सटा मेवात क्षेत्र ठगी के मामले में हमेशा से बदनाम रहा है. मेवात क्षेत्र में पहले नकली सोने की ईंटों के जरिए लोगों से ठगी (टटलूबाजी) की वारदातों को अंजाम दिया जाता था. उसके बाद क्षेत्र के लुटेरों को एटीएम लूट और ऑनलाइन ठगी करना ज्यादा सरल और फायदे का सौदा लगने लगा. हालात ये हैं कि मेवात क्षेत्र के लोग बड़ी संख्या में देशभर में ऑनलाइन ठगी की वारदातों को अंजाम दे रहे हैं.
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गांव के गांव ठगी में लिप्त
मेवात क्षेत्र के अधिकतर लोग ज्यादा शिक्षित नहीं है, लेकिन बैंक, एटीएम व ईमित्र पोर्टल में काम करने के दौरान ये लोग ऑनलाइन ठगी की बारीकियां सीखते गए और अन्य लोगों को भी सिखाते गए. ऑनलाइन काम में माहिर होने के बाद उन्हें अपराध में शामिल करते गए. वर्तमान में हालात ये हैं कि मेवात क्षेत्र में गांव के गांव ऑनलाइन ठगी की वारदातों में लिप्त हैं.
पुलिस ने लगा रखे हैं चेतावनी बोर्ड
मेवात क्षेत्र में अज्ञात लोग ठगों के चंगुल में ना फंसे इसके लिए पुलिस ने ऑनलाइन ठगी से सावधानी वाले चेतावनी बोर्ड भी लगा रखे हैं. कामां, पहाड़ी, जुरहरा, सीकरी, गोपालगढ़ आदि थाना क्षेत्र में पुलिस ने कई जगह बोर्ड लगाए, जिनमें से कई जगह तो ठगों ने बोर्ड भी उखाड़ दिए हैं.