मौत के बाद मिले दो गोल्ड मेडल... भरतपुर. महाराजा सूरजमल बृज विश्वविद्यालय के तृतीय दीक्षांत समारोह में बुधवार को मंच से एंडोमेंट मेडल के लिए सिमरन का नाम बोला गया. लेकिन मंच पर सिमरन के बजाय उसका भाई नवजोत मेडल लेने पहुंचा. उसके कुछ समय बाद फिर से एक और गोल्ड मेडल के लिए सिमरन के नाम की उद्घोषणा की गई और फिर से भाई ही मेडल लेने पहुंचा. असल में एमकॉम की होनहार छात्रा सिमरन ने दीक्षांत समारोह में दो गोल्ड मेडल हासिल किए, लेकिन सिमरन गत वर्ष कोरोना काल में साइलेंट अटैक का शिकार हो गई. सिमरन को मौत के बाद मेडल मिले. जब परिजनों के पास विश्वविद्यालय की तरफ से सूचना पहुंची कि सिमरन को दो गोल्ड मेडल प्रदान किए जाएंगे, तो भाई और परिजनों को खुशी के साथ सिमरन की याद ने गमगीन बना दिया.
IAS बनना चाहती थी सिमरन : बहन के गोल्ड मेडल लेने दीक्षांत समारोह में पहुंचे भाई नवजोत सिंह ने बताया कि सिमरन को एमकॉम टॉपर के रूप में और एंडोनमेंट मेडल सहित दो गोल्ड मेडल मिले हैं. सिमरन हमेशा से पढ़ने में बहुत होशियार थी. सिमरन का सपना था कि जीतोड़ मेहनत करेगी और आईएएस बनेगी. अपना सपना पूरा करने के लिए वो खूब पढ़ाई करती थी.
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नवजोत ने बताया कि सिमरन ने स्नातक में भी आरडी गर्ल्स कॉलेज में टॉप करके गोल्ड मेडल हासिल किया था. पोस्ट ऑफिस में जॉब भी लग गया था, लेकिन ज्वाइन नहीं किया. बोलती थी कि ये जॉब ज्वाइन कर लूंगी तो आईएएस की तैयारी नहीं कर पाऊंगी. बस उस पर आईएएस बनने की धुन सवार थी.
अचानक से छोड़ गई साथ : नवजोत ने बताया कि गत वर्ष सिमरन को कोविड वैक्सीन की दोनों डोज लगी थी. कोरोना भी नहीं हुआ था. सब कुछ सही था. एक दिन अचानक से सिमरन को पेट दर्द की शिकायत हुई. उसे आरबीएम अस्पताल में भर्ती कराया, उपचार चला और वो सही होकर घर लौट आई. लेकिन कुछ दिन बाद अचानक से उसकी तबीयत खराब हुई और वो सभी का साथ छोड़कर चली गई. डॉक्टरों ने बताया कि हार्ट फेल्योर की वजह से उसकी मौत हुई थी.
घर में सिर्फ उसी की पढ़ाई में रुचि थी : नवजोत ने बताया कि परिवार में दो भाई और दो बहन थे. चारों में से सिमरन को ही पढ़ने में ज्यादा रुचि थी. नवजोत खुद अपने पिता के व्यवसाय में हाथ बंटाता है और अधिकतर दिल्ली रहता है. कुछ साल पहले मां की कैंसर से मौत हो गई थी और उसके बाद सिमरन की मौत हो गई. सिमरन की मौत ने पूरे परिवार को तोड़कर रख दिया. अब उसकी मौत के एक साल बाद दीक्षांत समारोह में सिमरन को दो गोल्ड मेडल मिले हैं, ये हमारे लिए बहुत खुशी की बात है.