भरतपुर.कृपाल जघीना हत्याकांड के मुख्य आरोपी कुलदीप जघीना की 12 जुलाई 2023 को पुलिस अभिरक्षा में आमोली टोल प्लाजा पर रोडवेज बस के अंदर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. घटना को 187 दिन गुजर चुके हैं और अब तक इस पूरे मामले में 24 अपराधी सलाखों के पीछे पहुंच चुके हैं, लेकिन जिस रोडवेज बस के अंदर कुलदीप जघीना की हत्या हुई वो बस अभी तक न्यायालय के आदेश से पुलिस के कब्जे में है. बीते 187 दिन से रोडवेज बस के पहिए थमे हुए हैं. ऐसे में रोडवेज प्रबंधन को इस अवधि में बस का संचालन नहीं हो पाने की वजह से करीब 36 लाख रुपए से अधिक की राजस्व हानि हो चुकी है. अब रोडवेज प्रबंधन लगातार बस को छुड़ाने का प्रयास कर रहा है, लेकिन न्यायालय से आदेश की प्रतीक्षा में बस को मुक्त नहीं किया जा सका है.
187 दिन में 36 लाख की राजस्व हानि :रोडवेज के डेटा के अनुसार जिस रोडवेज की बस में कुलदीप जघीना की हत्या हुई थी, उस बस का संचालन भरतपुर-जयपुर रूट पर होता था. भरतपुर से जयपुर तक का किराया 195 रुपए प्रति यात्री है. रोडवेज बस में यात्री क्षमता (बैठने की क्षमता) 50 है. ऐसे में रोडवेज बस से एक तरफ से 9750 रुपए और दोनों तरफ से 19500 रुपए की राजस्व आय होती है. बस का संचालन 12 जुलाई 2023 से अब तक बंद है, यानी बीते 187 दिन से बस का संचालन बंद है. यदि इस दौरान बस का संचालन होता रहता तो रोडवेज को करीब 36,46,500 रुपए की आय होती, लेकिन बस का संचालन नहीं होने की वजह से रोडवेज प्रबंधन को 36,46,500 रुपए का नुकसान उठाना पड़ा है.