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जाट नेताओं ने जोगेंद्र सिंह अवाना को गांव में नहीं घुसने का जारी किया फरमान, राजवंश को चैलेंज देने से जाटों में रोष - Bharatpur dynasty news

भरतपुर राजवंश को चैलेंज करने वाले विधायक जोगेंद्र सिंह अवाना को किसी भी गांव में नहीं घुसने का फरमान किया पारित. अवाना का राजवंश को चैलेंज देने का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल. जाट नेताओं ने भी विधायक के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है.

भरतपुर गुर्जर समाज समाचार, Bharatpur Gurjar Samaj News

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Published : Aug 21, 2019, 2:49 PM IST

भरतपुर. नदबई विधानसभा से बसपा विधायक जोगेंद्र सिंह अवाना की ओर से भरतपुर राजवंश के राजा के खिलाफ की गयी टिप्पणी के विरोध का स्वर तेज हो चुका है. बुधवार को जाट नेताओं ने फर्मान जारी कर दिया है कि विधानसभा के किसी भी गांव में विधायक जोगेंद्र सिंह अवाना को घुसने नहीं दिया जाए. यदि विधायक किसी भी गांव में घुसता है तो उसका जमकर विरोध किया जाए.

बसपा विधायक जोगेंद्र सिंह अवाना का राजवंश को चैलेंज देने से जाटों में रोष

मामला यह है कि नदबई से बसपा विधायक जोगेंद्र सिंह अवाना ने विगत दिनों गुर्जर समाज की एक सभा में अपना भाषण दिया था. जिसमें उन्होंने कहा कि वे 300 किलोमीटर दूर नोएडा से यहां आकर चुनाव जीते हैं. अपनी मेहनत और आपके सहयोग से. जबकि 31 सालों से विधानसभा में रही और यहां से लगातार तीन बार विधायक रही राजा मान सिंह की पुत्री कृष्णेन्द्र कौर दीपा को वे अपनी मेहनत से चुनाव हराए हैं. नदबई विधानसभा में मात्रा 17 हजार गुर्जर मतदाता हैं. लेकिन उन्होंने दिन रात मेहनत की. केवल उनकी हिम्मत और हौंसलो के ऊपर में 300 किलोमीटर चलके यहां भरतपुर आए थे और वे जिनको हराए वह राजा मान सिंह की बेटी हैं.

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बता दें कि नदबई विधानसभा जाट बाहुल्य है. यहां करीब 2 लाख 60 हजार मतदाता है. इनमें सबसे अधिक और निर्णायक मतदाता करीब 1 लाख 60 हजार जाट समुदाय के हैं. यहां से हमेशा ही जाट समाज का व्यक्ति चुनाव जीतता रहा है. यहां से राजपरिवार के राजा मान सिंह की पुत्री कृष्णेन्द्र कौर दीपा लगातार तीन बार विधायक रहीं और सांसद भी रहीं. यहां से एक बार विश्वेन्द्र सिंह भी विधायक रहे. जो फिलहाल राज्य की कांग्रेस सरकार में पर्यटन मंत्री हैं. विगत 2018 के विधानसभा चुनावों में भाजपा विधायक कृष्णेन्द्र कौर दीपा के प्रति लोगों में काफी नाराजगी व्याप्त थी. उनके सामने कई जाट नेता चुनाव लड़ गए थे, जिससे बसपा के टिकट पर जोगेंद्र सिंह अवाना यहां से चुनाव जीत गए थे. जबकि अवाना गुर्जर समुदाय से ताल्लुक रखता हैं. इस विधानसभा में गुर्जर समुदाय के मतदाता महज 17 हजार हैं. लेकिन जाटों की लड़ाई में बसपा ने यहां से अपनी जीत दर्ज कराई थी.

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विधायक द्वारा की गई इस टिप्पणी के बाद जाट समाज में रोष व्याप्त हो गया है. विधायक की यह स्पीच इन दिनों स्थानीय सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रही है. इसके चलते जाट नेताओं ने भी विधायक के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. उसे किसी भी गांव में नहीं घुसने की चेतावनी भी दे दी है. साथ ही विधानसभा के सभी गांव में अपील भिजवाई है की विधायक को किसी भी गांव में नहीं घुसने दिया जाए.

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