भरतपुर. जिले के गाजीपुर गांव में सरकारी स्कूल में पढ़ने वाली 7 साल की छात्रा नेहा की अध्यापकों की लापरवाही की कारण मौत हो गई. दरअसल कक्षा 3 की छात्रा नेहा सोमवार को स्कूल में अपनी क्लास में बैठी थी. इस दौरान क्लास में टूटे फर्श में से कोई जहरीला कीड़ा निकला और नेहा के पैर पर काट गया. कीड़े के काटने पर नेहा ने शोर मचाया. क्लास में मौजूद टीचर ने देखा तो नेहा के पैर से खून निकल रहा था. इसके बाद अध्यापक नेहा को लेकर उसके घर गए और उसके पिता को साथ लेकर पहले झाड़-फूंक करने वाले ओझा के पास पहुंचे. वहां कोई फायदा नहीं होने पर उसे लेकर नदबई अस्पताल गए.
सरकारी स्कूल के अध्यापकों की लापरवाही की भेंट चढ़ी नन्ही जान - अध्यापक
भरतपुर के गाजीपुर गांव में सरकारी स्कूल की कक्षा 3 की छात्रा की जहरीला कीड़ा काटने के कारण मौत हो गई. क्लास में टूटे फर्श से निकले कीड़े ने मासूम को पैर में काट लिया. लेकिन अध्यापक उसे झाड़-फूंक करने वाले ओझा के पास गए और जहां तबीयत बिगड़ने पर अस्पताल लेकर गए.

अध्यापकों की लापरवाही के कारण मासूम की मौत
innocent student of government school died due to cutting by poisonous worm
नदबई अस्पताल पहुंचने तक नेहा की हालत काफी बिगड़ चुकी थी. जहां डॉक्टर्स ने चेकअप के बाद उसे भरतपुर के आरबीएम अस्पताल रेफर कर दिया. लेकिन भरतपुर ले जाते समय रास्ते में ही नेहा ने दम तोड़ दिया. स्कूल के अध्यापकों ने बताया कि स्कूल का फर्श काफई पहले से टूटा हुआ है. लेकिन इसकी मरम्मत नहीं हुई. अब यह सवाल उठता है कि बारिश के दिनों में कीड़े निकलते रहते हैं. ऐसे में टूटे फर्श की मरम्मत क्यों नहीं हुई. अगर समय पर टूटे फर्श की मरम्मत हो जाती तो मासूम छात्रा की जान बच सकती थी.