भरतपुर. शहर की सड़कें खस्ताहाल हैं. मंत्री अशोक गहलोत के एक मंत्री अपने विधानसभा क्षेत्र की सड़कों की हालत दुरुस्त नहीं करा पा रहे. शहर के व्यस्ततम रोड हीरादास से सेवर रोड (Hiradas to Sever Road) इतनी खराब है कि सड़क पर लोगों का पैदल चलना मुश्किल है. इस सड़क का निर्माण 4.50 करोड़ में सितंबर 2022 तक पूरा हो जाना था. लेकिन 10 माह गुजरने के बावजूद 2 किलोमीटर लंबे रोड में से एक तरफ के सिर्फ 600 मीटर रोड का ही निर्माण हो सका है.
ताज्जुब की बात यह है कि यह सड़क मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के राज्य मंत्री सुभाष गर्ग के विधानसभा क्षेत्र की है. बावजूद इसके, निर्धारित समय में सड़क निर्माण का कार्य पूरा नहीं सका है. अब यूआईटी इस सड़क के निर्माण के लिए री टेंडर करने की तैयारी में है. स्थानीय निवासी राजवीर सिंह ने बताया कि शहर के हीरादास चौराहा से सरसों अनुसंधान केंद्र की ओर जाने वाली सेवर रोड बीते 5 साल से क्षतिग्रस्त है. यहां आए दिन होने वाले हादसों से तंग आकर लोगों ने सड़क निर्माण कराए जाने की मांग को लेकर कई बार चक्का जाम, धरना, प्रदर्शन और आंदोलन किए. लेकिन ठेकेदार ने कुछ दूरी तक सड़क निर्माण कराया और उसके बाद काम बंद कर दिया. उन्होंने बताया कि सड़क खराब होने से यहां हर दिन हादसे होते हैं, साथ ही स्कूल जाने वाले बच्चों को भी परेशानी होती है.
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सितंबर 2022 तक होना था पूरा : नगर विकास न्यास ने सेवर रोड निर्माण के लिए टेंडर निकाल कर सितंबर 2021 में मैसर्स योगेश चौधरी को वर्क ऑर्डर जारी किया. ठेकेदार को हीरादास चौराहा से सरसों अनुसंधान केंद्र तक 2 किमी लंबाई में डिवाइडर के दोनों ओर 3.5 मीटर चौड़ाई में सीसी रोड का निर्माण करना था. एक साल की अवधि में सितंबर 2022 तक इस सड़क का कार्य पूर्ण किया जाना था. ठेकेदार ने सड़क निर्माण के लिए काम भी शुरू कर दिया. 8 माह पहले हीरादास से सरसों अनुसंधान केंद्र तक एक तरफ की सड़क की खुदाई करा दी ताकि नई सड़क बनाई जा सके.