भरतपुर. आज हर तरफ इंसान धर्म और जातियों में बंट रहा है और इंसानियत का धर्म भूलता जा रहा है. राजनीतिक फायदा उठाने के लिए भी धार्मिक वैमनस्यता का जहर लोगों में घोला जा रहा है, लेकिन भरतपुर शहर में एक स्थान ऐसा है, जहां धर्म के सारे बंधन टूट जाते हैं. लोग धार्मिक भेदभाव को भूलकर यहां पहुंचते हैं और सर्वधर्म संभाव का उदाहरण पेश करते हैं. भरतपुर के केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान में स्थित इस धार्मिक स्थल पर मजार भी है. शिवजी और भैरव नाथ का मंदिर भी है.
केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान में करीब एक किलोमीटर के अंदर बाबा सीताराम की बगीची के पास एक धार्मिक स्थान है. यहां नारंगी बाबा ( घने वाले बाबा) की मजार, शिवजी और भैरवनाथ का छोटा मंदिर स्थित है. ये सभी एक ही स्थान पर स्थित हैं और इनके बीच कोई दीवार नहीं है.
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