भरतपुर.जिले की 8 निकायों में भाजपा का पूरी तरह से सूपड़ा साफ हो चुका है. पूर्व मंत्री और डीग-कुम्हेर विधायक विश्वेंद्र सिंह के गृह जिले में हुए इस उलटफेर के बाद सियासी गलियारों में चर्चाओं का बाजार गरम हो चुका है. इन चर्चाओं में जहां जिले में विश्वेंद्र सिंह की रणनीति की तारीफ हो रही है. वहीं, पूर्व में उनपर भाजपा में जाने को लेकर लगाई जा रही अटकलों और वर्तमान के चुनाव परिणामों को लेकर भी चर्चा तेज है.
सियासी गलियारों में चर्चा जारी है कि भरतपुर को भाजपा मुक्त करने वाले जिस विश्वेंद्र सिंह पर कभी भाजपा में जाने को लेकर अटकलें लगाई जा रही थी, आज उन्हीं विश्वेंद्र सिंह ने निकाय चुनाव में भाजपा का पूरी तरह से सफाया कर दिया है. निकाय चुनाव परिणाम आने के बाद विश्वेंद्र सिंह ने कहा कि निकायों के चुनाव में भाजपा का पूरी तरह से सूपड़ा साफ हो गया है. सभी आठों निकायों में अध्यक्ष पद पर कांग्रेस प्रत्याशी विजयी हुए हैं और जिला भाजपा मुक्त हो गया है. उन्होंने कहा कि जिले में भाजपा का 8 निकाय में से कहीं भी बोर्ड नहीं बना है.
पूर्व पर्यटन मंत्री विश्वेन्द्र सिंह ने कहा कि जिले में एक सांसद के अलावा भाजपा का कोई जनप्रतिनिधि नहीं है. विश्वेन्द्र सिंह ने कहा है कि जनता सहित सभी निर्वाचित पार्षदों ने कांग्रेस सरकार के काम पर मोहर लगाई है. कांग्रेस ने अपने इलेक्शन मेनिफेस्टो को पूरा किया है.
नगर पालिका बयाना के अध्यक्ष पद के लिए कांग्रेस के विनोद कुमार का निर्विरोध एवं नगरपालिका डीग के अध्यक्ष पद के लिए कांग्रेस के निरंजन लाल टकसालिया को निविरोध निर्वाचित घोषित किया गया. नगर पालिका भुसावर के अध्यक्ष पद के लिए कांग्रेस की सुनीता देवी ने भाजपा के इन्दरमल पहाडिया को 18 मतों से, नगरपालिका कामां के अध्यक्ष पद के लिए कांग्रेस की गीता देवी ने निर्दलीय सीमा देवी को 5 मतों से, नगरपालिका कुम्हेर के अध्यक्ष पद के लिए कांग्रेस के राजीव ने भाजपा के प्रताप सिंह को 10 मतों से, नगरपालिका नदबई के अध्यक्ष पद के लिए कांग्रेस की हरवती देवी ने भाजपा की कृष्णा कुमारी को 3 मतों से, नगरपालिका नगर के अध्यक्ष पद के लिए कांग्रेस के रामावतार ने भाजपा की रूपवती को 33 मतों से, नगरपालिका वैर के अध्यक्ष पद के लिए कांग्रेस के विष्णु कुमार ने निर्दलीय सुनील कुमार को 21 मतों के अन्तर से हराया.