भरतपुर. लंबे समय से सैनी, कुशवाहा, माली, शाक्य समाज के लोग प्रदेश में 12 प्रतिशत आरक्षण की मांग को लेकर आंदोलनरत हैं. प्रदेश के 27 जिलों में इनकी आबादी निवास कर रही है. सबसे ज्यादा गांव और आबादी भरतपुर संभाग के धौलपुर, करौली, सवाई माधोपुर और भरतपुर में निवासरत है. यही वजह है कि सैनी समाज ने अपने आंदोलन स्थल के रूप में भरतपुर को चुना है. पिछली बार भी सैनी समाज ने अपनी मांगों को लेकर भरतपुर में ही आंदोलन किया था. आइए जानते हैं प्रदेश में सैनी, कुशवाहा, शाक्य और माली समाज की मांग, आंदोलन और सामाजिक तानेबाने के बारे में.
27 जिलों में समाज : सैनी समाज आरक्षण संघर्ष समिति के मीडिया प्रभारी डीके कुशवाहा ने बताया कि प्रदेश के 27 जिलों में सैनी, कुशवाहा, माली, शाक्य समाज की जनता निवास करती है. इनमें धौलपुर, भरतपुर, करौली, कोटा, बूंदी, बारां, झालावाड़, सवाई माधोपुर, जोधपुर, पाली, जालोर आदि शामिल हैं. संभाग की बात करें तो धौलपुर में समाज के 315 गांव, भरतपुर में करीब 200 गांव और करौली और सवाई माधोपुर में 500 गांव हैं। भरतपुर जिले की रूपवास, रुदावल, उच्चैन, बयाना, वैर, भुसावर, डीग और नदबई तहसील क्षेत्र में समाज के गांव मौजूद हैं.