भरतपुर.जिले समेत हरियाणा और उत्तर प्रदेश तक फैले मेवात क्षेत्र की ऑनलाइन ठगी की वारदातों के कारण पूरे देश भर में किरकिरी हो रही है. यहां के ठग पूरे देश भर में ऑनलाइन ठगी की वारदातों को अंजाम दे रहे हैं. बीते 2 साल में तो हालात इतने बुरे हो गए हैं कि ऑनलाइन ठगी की वारदातें 3 गुना तक बढ़ गई हैं. यही वजह है कि भरतपुर जिले में अलग से एक साइबर थाना खोला जाएगा. एसओजी के डीआईजी तक को मेवात क्षेत्र का दौरा करना पड़ा है.
बढ़ गए तीन गुना ठगी के मामले
मेवात क्षेत्र के ठगों का आतंक पूरे देश में फैला है. अकेले भरतपुर जिले के मेवात क्षेत्र की बात करें तो वर्ष 2019 में ऑनलाइन ठगी के 18 मामले दर्ज हुए थे. लेकिन वर्ष 2020 में यही मामले बढ़कर 49 पर पहुंच गए. भरतपुर पुलिस ने वर्ष 2020 में तो मेवात क्षेत्र में ताबड़तोड़ कार्रवाई करके 225 से अधिक ऑनलाइन ठगों को गिरफ्तार किया था.
पढ़ें.जोधपुरः सुसराल जाते समय युवक से एक लाख रुपए की लूट...8 दिन के बाद मामला दर्ज
लगाम लगाने के लिए साइबर थाना
जिले के मेवात क्षेत्र में बढ़ती ऑनलाइन ठगी की वारदातों पर लगाम लगाने के लिए सरकार ने जिले में साइबर थाना खोलने की घोषणा की है. साइबर थाना खोलने से पहले एसओजी के डीआईजी शरत कविराज ने भी क्षेत्र का दौरा कर यहां तेजी से अपराध बढ़ने के कारण के बारे में जाना, अपराध पर लगाम लगाने के लिए रणनीति तैयार करने के लिए पुलिस अधिकारियों से मुलाकात की.
पढ़ें.जयपुर: नौकरी का झांसा देकर लाखों रुपए की ठगी का आरोपी गिरफ्तार
डीआईजी शरद कविराज ने बताया कि क्षेत्र में ऑनलाइन ठगी की वारदातों पर लगाम लगाने के लिए साइबर थाना भी खोलना प्रस्तावित है. इसके लिए साइबर एक्सपर्ट की टीम थाने में नियुक्त की जाएगी.
भरतपुर समेत अलवर, हरियाणा और उत्तर प्रदेश के मेवात क्षेत्र के ठग देशभर के अलग-अलग राज्यों में ठगी की वारदातों को अंजाम दे रहे हैं. इसकी वजह से अलवर और भरतपुर के मेवात क्षेत्र को राजस्थान का जामताड़ा तक बोलने लग गए हैं. पुलिस विभाग अब पूरी तरह से मेवात क्षेत्र के ठगों और ठगी की वारदातों पर लगाम लगाने की कोशिशों में जुटा है.