भरतपुर.भगवान श्री कृष्ण की जन्मस्थली और लीलास्थली माने जाने वाले ब्रज क्षेत्र यानी भरतपुर का मेवात क्षेत्र अपराध का गढ़ बना हुआ है. कृष्ण की यह धरती अपराध से छलनी हो रही है. गौतस्करी, अवैध खनन, साइबर क्राइम, अवैध हथियार जैसे जघन्य अपराधों का बोलबाला है. यहां के अपराधों की गूंज इस कदर है कि हाल ही में 'मेवात ' शीर्षक से वेबसीरीज भी बनी है. पुलिस विभाग के अपराधिक रिकॉर्ड भरतपुर की तस्वीर बयां कर रहे हैं.
छलनी हो गए आध्यात्मिक महत्व के पर्वत: ब्रज क्षेत्र में स्थित भरतपुर जिले के कई आध्यात्मिक महत्व के पर्वत अवैध खनन की भेंट चढ़ चुके हैं. कामां, पहाड़ी, डीग, रुदावल क्षेत्र के कई पर्वतों में आए दिन अवैध खनन की शिकायतें सामने आती हैं. गत वर्ष डीग के आदिबद्री धाम और कनकांचल पर्वत पर खनन रुकवाने के लिए पसोपा गांव में एक साधु विजयदास ने आत्मदाह तक कर लिया था. वर्ष 2019 से 2021 तक जिले में अवैध खनन, भंडारण और परिवहन के कुल 1948 मामले सामने आए थे. इससे स्पष्ट है कि जिले में अवैध खनन की गतिविधियां हो रही हैं.
सुरक्षित नहीं कृष्ण की गाय: भगवान श्री कृष्ण को गाय बहुत प्रिय थीं. लेकिन भगवान श्री कृष्ण की जन्मस्थली और लीलास्थली क्षेत्र में ही गाय सबसे ज्यादा असुरक्षित है. बीते 4 साल के आंकड़ों पर नजर डालें, तो भरतपुर जिले में गौतस्करी की कुल 330 वारदातें सामने आईं. जिनमें वर्ष 2019 में 59, 2020 में 73, 2021 में 111 मामले और वर्ष 2022 में 87 मामले सामने आए.