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बड़ी लापरवाहीः भरतपुर जनाना अस्पताल में नवजात बच्चियों की अदला-बदली

भरतपुर के जनाना अस्पताल की बड़ी लापरवाही सामने आई जब नवजात बच्चियों को बदल दिया गया. एक पक्ष दूसरे पक्ष की बच्ची को लेकर अपने घर पहुंच गया. पता लगने पर फोन कर एक पक्ष को बुलाया गया और दोनों बच्चियों को उनके परिजनों को सुपुर्द किया गया.

Bharatpur Zenana Hospital Negligence, भरतपुर जनाना अस्पताल लापरवाही
भरतपुर जनाना अस्पताल की बड़ी लापरवाही

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Published : Jul 15, 2020, 10:55 PM IST

भरतपुर. जिले के जनाना अस्पताल में बुधवार को एक बड़ी लापरवाही सामने आई है. बुधवार को अस्पताल के NICU वार्ड से 2 नवजात शिशुओं को बदल दिया गया, जिसके बाद एक व्यक्ति दूसरे की नवजात बच्ची को लेकर अपने घर चला गया और थोड़ी देर बाद जब बच्ची के पिता अपनी बच्ची को दूध पिलाने के लिए NICU वार्ड में गए तो पता चला कि उसकी बच्ची को किसी और के साथ घर भेज दिया गया है.

भरतपुर जनाना अस्पताल की बड़ी लापरवाही

घटना की जानकारी लगने के बाद विकास को अस्पताल प्रशासन की तरफ से फोन किया गया और सारी बात बताई गई, जिसके बाद विकास नामक व्यक्ति बच्ची को लेकर अस्पताल पहुंचा और परेशान पिता को उसकी बच्ची मिल पाई. दरअसल, मंगलवार को पिंकी पति विकास जनाना अस्पताल में भर्ती हुए थे और मंगलवार को पिंकी ने एक बच्ची को जन्म दिया. लेकिन नवजात बच्ची को किसी प्रकार की दिक्कत होने के कारण उसे NICU वार्ड में भर्ती कर दिया गया. वहीं, बुधवार को जनाना अस्पताल में पिंकी पति मनोज भी भर्ती हुए थे, जो कि शहर के नई मंडी के रहने वाले हैं.

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मनोज की पत्नी ने बुधवार को एक बच्ची को जन्म दिया, जिसके बाद बच्ची को किसी प्रकार की दिक्कत होने के कारण उसे भी NICU वार्ड में भर्ती किया गया. लेकिन जब बुधवार को विकास अपनी बच्ची को लेने NICU वार्ड में पहुंचा तो उसे मनोज की बच्ची को थमा दिया गया. जिसके बाद विकास मनोज की बच्ची को लेकर अपनी पत्नी पिंकी के साथ घर चला गया.

अस्पताल प्रशासन की सबसे बड़ी लापरवाही रही कि उन्होंने विकास की पत्नी और उसकी बच्ची को बिना डिस्चार्ज किए ही घर भेज दिया. लेकिन थोड़ी देर बाद जब मनोज अपनी बच्ची को लेने NICU वार्ड पहुंचा तो NICU वार्ड में तैनात एक कंपाउंडर ने बताया कि उसकी बच्ची को किसी और के साथ घर भेज दिया गया है. जिसके बाद अस्पताल प्रशासन में हड़कंप मच गया और तुरंत विकास को फोन कर सारी बात बताई गई. जिसके बाद मनोज को उसकी बच्ची लौटा दी गई और विकास को उसकी बच्ची दे दी गई.

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इस लापरवाही के बाद विकास के परिजन इस बात से संतुष्ट नहीं हैं कि उनके पास अभी भी सही बच्ची को दिया गया है. क्योंकि बच्ची के पैर पर लगी स्लिप पर अभी भी ओवर राइटिंग है. जिसके वजह से विकास के परिजन अभी भी NICU वार्ड के बाहर बैठे हुए हैं.

मामले को लेकर जब NICU वार्ड के इंचार्ज से बात की तो उनका कहना है कि विकास की पत्नी पिंकी को डिस्चार्ज कर दिया गया था. लेकिन उनकी बच्ची को अभी डिस्चार्ज नहीं किया गया था. उसके बाद भी विकास के परिजन नवजात बच्ची को घर ले गए और दोनों बच्चियों की मां का नाम एक होने के कारण ये गलती हुई. फिलहाल, दोनों बच्चियों के परिजनों को संतुष्ट कर दिया गया है.

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