कामां (भरतपुर). जिले में कामां क्षेत्र के गांव अमरूका में पिछले 47 दिन से सीए और एनआरसी के विरोध में चल रहा धरना स्थगित करल दिया गया है. थानाधिकारी महेंद्र कुमार शर्मा ने मौके पर पहुंच कर धरने दे रहे लोगों से कोरोना वायरस प्रकोप को लेकर समझाइश की. जिसके बाद धरना दे रहे लोगों ने धरना स्थगित करने की घोषणा कर दी.
कोराना की वजह से हुआ धरना स्थगित थानाधिकारी महेंद्र कुमार शर्मा ने बताया कि भरतपुर में कोरोना वायरस के दहशत की वजह से लोग पहले से ही परेशान हैं. वहीं राज्य सरकार के निर्देश पर भरतपुर जिला कलेक्टर ने पूरे जिले में धारा 144 लगा दी है. जिसके बाद भी अमरुका गांव में सीए और एनआरसी के विरोध में पिछले 47 दिन से धरना चल रहा था. जिसको लेकर शनिवार को थानाधिकारी ने धरना स्थल पर पहुंचकर, धरना दे रहे लोगों को समझा कर धरना स्थगित करने की घोषणा कर दी गई.
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वहीं धरना स्थल पर मौजूद सभी लोगों से अपील की गई कि कोरोना वायरस जैसी संक्रामक बीमारी से बचाव के लिए सभी लोग साफ सफाई का विशेष ध्यान रखें. साथ ही हाथ न मिलाएं और सैनिटाइजर का उपयोग करें. दिन में अधिक से अधिक हाथ धोएं और खांसी जुखाम वाले व्यक्ति से दूरी बनाकर रखें. जरूरी काम होने पर घर से बाहर जाएं तो मार्क्स का उपयोग अवश्य करें.
धरना दे रहे धरनार्थी अकबर खान ने बताया कि, सीएए और एन आर सी के विरोध में पिछले 47 दिन से चल रहा था. लेकिन राष्ट्र हित को ध्यान में रखते हुए थाना अधिकारी महेंद्र कुमार शर्मा ने लोगों से अपील की. धरना समाप्त करने के लिए धरना स्थल पर मौजूद लोगों ने एक बैठक आयोजित की. जिसके बाद सभी ने राष्ट्रीय हित को देखते हुए और इस महामारी से निपटने के लिए अग्रिम आदेश तक के लिए धरना स्थगित करने की घोषणा कर दी गई.