भरतपुर.जैव विविधता के लिए अपनी खास पहचान रखने वाले केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान में फिर से कई वन्यजीवों को री-इंट्रोड्यूस किया (Black Buck Rehabilitation in Ghana) जाएगा. इसके लिए उद्यान प्रशासन ने तैयारियां तेज कर दी हैं. इससे पहले केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान से 850 चीतलों को प्रदेश के चार अन्य टाइगर रिजर्व में शिफ्ट किया जाएगा. प्रथम चरण में 174 चीतलों को मुकुंदरा टाइगर रिजर्व में शिफ्ट किया जा चुका है.
यहां शिफ्ट होंगे चीतल: केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान के एसीएफ नारायण सिंह नरूका ने बताया कि योजना के तहत उद्यान से 850 चीतलों को मुकुंदरा, कैलादेवी सेंचुरी, रामगढ़ विषधारी टाइगर रिजर्व और जयपुर के झालाना में शिफ्ट किया जाएगा. बरसात से पहले मुकुंदरा टाइगर रिजर्व में 174 चीतलों को शिफ्ट कर दिया गया है. अब घना और मुकुंदरा के स्टाफ को शिफ्टिंग का प्रशिक्षण दे दिया गया है. जल्द ही फिर से शिफ्टिंग शुरू की जाएगी. असल में केवलादेव में चीतलों की संख्या करीब 3500 से अधिक है. वहीं मुकुंदरा टाइगर रिजर्व समेत अन्य टाइगर रिजर्व में चीतलों की जरूरत महसूस हो रही है. इसी के चलते यहां से चीतलों को शिफ्ट किया जा रहा है.