भरतपुर.जिले के रूपवास थाना इलाके में शराब दुखांतिका का मामला पूरे राज्य में छाया हुआ है. सरकार के निर्देश पर राज्यभर में अवैध शराब को लेकर छापे मारे जा रहे हैं, जिससे ऐसी घटना दोबारा घटित न हो सके. अभी तक जिले में कई ऐसे आरोपियों को गिरफ्त में लिया गया है, जो अवैध शराब के धंधे में लिप्त हैं
भरतपुर शराब दुखांतिका में बड़ा खुलासा बता दें, रूपवास दुखांतिका मामले में पुलिस ने अभी तक 6 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया और उनसे पूछताछ जारी है. आरोपियों से एक के बाद एक नए नाम सामने आ रहे हैं, जो मध्यप्रदेश, राजस्थान और उत्तर प्रदेश ब्रांड की शराब को राजस्थान के सीमावर्ती इलाकों में सप्लाई किया करते हैं. इस मामले में कुछ आरोपी पुलिस की गिरफ्त से दूर हैं.
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जिला पुलिस अधीक्षक ने पूरे मामले का खुलासा करते हुए बताया कि रूपवास थाना इलाके में जहरीली शराब के कारण जो घटना घटित हुई, उसमें 7 लोगों की जान गई और करीब 9 लोगों की तबीयत खराब हो गई. पुलिस ने कार्रवाई करते हुए गांव के दो अवैध शराब व्यापारियों, सुंदर और संतोष को गिरफ्तार किया गया. दोनों आरोपियों से पूछताछ में सामने आया कि संतोष ने उत्तर प्रदेश के जगनेर के रहने वाले नरेंद्र से शराब खरीदी थी, जिसके बाद स्थानीय पुलिस का सहारा लेकर नरेंद्र को गिरफ्तार किया गया और नरेंद्र से कड़ी पूछताछ में सामने आया कि उत्तर प्रदेश के मथुरा जिले ये रहने वाले सतवीर और उसका बेटा नरेश शराब बनाते हैं और राजस्थान को सीमावर्ती इलाकों में सप्लाई करते हैं.
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वहीं, स्थानीय पुलिस की मदद से सतवीर और उसके बेटे नरेश को भी गिरफ्तार किया गया. इसके अलावा आरोपियों से स्प्रिट, बार कोड के लेबल सहित शराब बनाने के उपयोग में लेने वाली कई चीजें बरामद की गईं. पूछताछ में साफ हो गया कि चकसामरी और तेजनगर में जिन लोगों की जान गई थी, वह सतवीर और उसके बेटे नरेश की ओर से बनाई गई शराब थी.
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि पुलिस अवैध शराब माफिया के खिलाफ सख्त रुख अपनाए हुए है. जगह जगह छापेमारी की कार्रवाई की जा रही है. पुलिस की ओर से हजारों लीटर वाश नष्ट कर दिया गया है और कई आरोपी गिरफ्तार भी किए गए हैं.