भरतपुर. जिले के मेवात क्षेत्र के ठग अलग-अलग तरीकों से देशभर में ठगी की वारदातों को अंजाम दे रहे हैं. इन ठगों पर नकेल कसने के लिए भरतपुर पुलिस कर लगातार कार्रवाई. मेवात के ठग अन्य राज्यों से फर्जी पते पर सिम लेकर आते हैं और लोगों को ठगने के लिए इन सिमों का इस्तेमाल करते हैं. भरतपुर पुलिस ने बीते एक साल में ऐसी 1 लाख 36 हजार सिमों को बंद कराया है. वहीं, फर्जी एड्रेस पर खरीदे गए मोबाइलों के आईएमईआई नंबरों को भी ब्लॉक कराया गया है. पुलिस अलग अलग विभागों के साथ मिलकर ठगों पर नकेल कसने में जुटा हुआ है.
अन्य राज्यों से लाते हैं सिम : पुलिस अधीक्षक श्याम सिंह ने बताया कि मेवात के ठग अन्य राज्यों से किसी अन्य के कागजात पर मोबाइल सिम खरीदकर लाते हैं. इनमें उड़ीसा, पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र, दिल्ली, उत्तर प्रदेश के फर्जी एड्रेस और कागजात पर सिम खरीदकर यहां लाते हैं. ये प्री एक्टिव सिम होती हैं. इन सिमों का इस्तेमाल लोगों को ठगने में करते हैं.
इस तरह से पकड़ से बचते रहते हैं आरोपी : एसपी श्याम सिंह ने बताया कि आरोपी ठग जब भी किसी व्यक्ति को ठगी का शिकार बनाते हैं तो संबंधित नंबर को आधार बनाकर शिकायत दर्ज कराई जाती है. जब तफ्तीश की जाती है तो सिम किसी अन्य राज्य के एड्रेस पर होती है. जिस मोबाइल में सिम इस्तेमाल की जाती है वो मोबाइल भी इसी तरह फर्जी एड्रेस पर खरीदा होता है. ऐसे में आरोपी पकड़ से बचता रहता है.
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