दावे के विपरीत सिर्फ दस फीसद अभ्यर्थियों को मिली नौकरी भरतपुर.संभाग मुख्यालय पर 23 और 24 मार्च को दो दिवसीय मेगा जॉब फेयर आयोजित किया गया. मेगा जॉब फेयर का मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने उद्घाटन किया था. कौशल, नियोजन एवं उद्यमिता विभाग का दावा था कि 2 दिन के दौरान जिले के 24 हजार से अधिक युवाओं को विभिन्न कंपनियों में रोजगार मिलेगा. हकीकत में 2 दिन में महज 4,922 युवाओं का ही प्राथमिक रूप से चयन हो पाया. जॉब फेयर में आई कंपनियों का तर्क था कि मेले में अधिकतर युवा अनुभवहीन व स्नातक थे, जिसकी वजह से उनकी कंपनियों के पद रिक्त रह गए.
70 कंपनियों ने लगाए थे स्टॉलःजिला रोजगार अधिकारी विकास कुमार ने बताया कि 2 दिन के मेगा जॉब फेयर में 16 अलग-अलग सेक्टर की 70 कंपनियों ने स्टॉल लगाए. इन कंपनियों में 24,241 पदों की रिक्तियां थीं. मेले में जिले के 49,703 युवाओं ने ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराया. जिनमें 4649 महिला अभ्यर्थी भी शामिल थीं. इनमें से सिर्फ 24,521 युवाओं ने ही उपस्थिति दर्ज कराई. जबकि कुल पंजीकृत अभ्यर्थियों में से 4,922 (9.90%) अभ्यर्थियों का प्राथमिक चयन किया गया.
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आये थे अधिकतर फ्रेशर अभ्यर्थीः रिलायंस निप्पोन कंपनी के रिक्रूटमेंट मैनेजर नीतेश कुमार ने बताया कि उनकी कंपनी में कुल 26 पदों पर भर्ती करनी थीं. शुक्रवार दोपहर 3 बजे तक सिर्फ 4 युवाओं का ही चयन हो पाया था. नीतेश ने बताया कि रिज्यूम तो काफी युवाओं के मिले हैं, लेकिन उनमें अधिकतर फ्रेशर और स्नातक तक की पढ़ाई करने वाले युवा हैं. हमें अनुभवी युवाओं की जरूरत थी. यही वजह है कि सभी पदों पर युवाओं का चयन नहीं हो सका.
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सर्वाधिक 6.40 लाख का पैकेजः नीतेश कुमार ने बताया कि जिन 4 युवाओं का चयन किया गया है. उनमें सर्वाधिक पैकेज अजब सिंह को 6.40 लाख का दिया गया है. साथ ही युवती कनक को 3 लाख सालाना का ऑफर दिया गया है. साथ ही अन्य दो कैंडिडेट को भी काफी अच्छे ऑफर दिए हैं. विभाग का दावा है कि जॉब फेयर में औसत वेतन 15 से 20 हजार रुपए मासिक रहा.
220 महिलाओं का चयनः मेले में रोजगार के लिए 4,649 महिला अभ्यर्थियों ने रजिस्ट्रेशन कराया था. इनमें से 220 महिलाओं का प्राथमिक चयन किया गया. शुक्रवार को जॉब फेयर में कई महिला अभ्यर्थी कंपनियों के स्टॉल पर संपर्क करती दिखीं, लेकिन अधिकतर के रिज्यूम जमाकर बाद में कॉल करने की बात बोल दी गई. गौरतलब है कि यह मेगा जॉब फेयर राजस्थान बजट घोषणा के तहत लगाए जा रहे हैं. प्रदेश में इस तरह के 100 मेगा जॉब फेयर लगाए जाने हैं. भरतपुर में लगाया गया जॉब फेयर चौथा था, यानी अभी प्रदेश में 96 मेगा जॉब फेयर आयोजित होने हैं.