भरतपुर.सम्भागीय आयुक्त बेरवाल ने खण्ड मुख्य चिकित्सा अधिकारी, सेवर के कार्यालय का निरीक्षण किया. निरीक्षण के दौरान दवा भण्डारण कक्ष में सफाई व्यवस्था दुरूस्त नहीं पाए जाने तथा नाकारा सामान अस्त-व्यस्त पाए जाने पर नाराजगी व्यक्त की. उन्होंने प्रभारी को व्यवस्था दुरूस्त करने के निर्देश दिए. कार्यालय व पीएचसी का निरीक्षण कर एएनपी की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की.
बैठक में सम्भागीय आयुक्त बेरवाल ने कहा कि कोरोना महामारी का खतरा अभी टला नहीं है. इसके लिए हम सभी को सचेत रहना होगा और राज्य सरकार द्वारा जारी गाईडलाइन की पालना करनी होगी. साथ ही आमजन को भी चिकित्सकीय गाईडलाइन की पालना करने के लिए प्रेरित करना होगा. उन्होंने प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना के तहत समस्त गर्भवती महिलाओं की समय-समय पर जांच एवं संस्थागत प्रसव के लिए प्रेरित करने की बात कही.
खण्ड मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि चिकित्सालय में प्रतिदिन लगभग 150 मरीज की ओपीडी है तथा लगभग 5 महिलाओं का प्रतिदिन प्रसव कराया जाता है. उन्होंने बताया कि कोविड-19 महामारी के दौरान चल चिकित्सा इकाई द्वारा ग्रामीण क्षेत्र के रोगियों का उपचार किया जा रहा है और विभाग की योजनाओं की जानकारी भी आमजन को दी जा रही है.
खंड मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि चिकित्सालय परिसर की चारदीवारी क्षतिग्रस्त होने के कारण आमजन का बे-रोक टोक आना-जाना बना रहता है और आवारा पशु भी चिकित्सालय परिसर में आ जाते हैं, जिससे रोगियों की सुरक्षा का खतरा बना रहा है. इस पर सम्भागीय आयुक्त बेरवाल ने खण्ड मुख्य चिकित्सा अधिकारी को निर्देश दिये कि वे चारदीवारी का तकमीना तैयार कर डीएमएफटी योजना के तहत प्रस्ताव मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी के माध्यम से जिला कलक्टर को भिजवायें और एक प्रति उनके कार्यालय में भी भिजवाया जाना सुनिश्चित करें, जिससे प्रभावी कार्रवाई की जा सके.