भरतपुर. मेवात का दोहरा हत्याकांड भरतपुर पुलिस के लिए चुनौती बनता जा रहा है. मामले के मुख्य नामजद आरोपी मोनू मानेसर का नाम पुलिस ने भले ही 8 आरोपियों की लिस्ट में नहीं जोड़ा, लेकिन पुलिस मोनू मानेसर और लोकेश सिंगला के खिलाफ साक्ष्य जुटाने में लगी हुई है. मोनू मानेसर की गिरफ्तारी को लेकर लगातार मांग उठ रही है. 8 आरोपियों की सूची में मोनू मानेसर का नाम शामिल नहीं करने पर घाटमीका में लोगों ने प्रदर्शन भी किया था.
हिंदूवादी संगठनों के दबाव में पुलिस- इस मामले में चर्चाएं यह तक होने लगी थी कि हरियाणा के हिंदूवादी संगठनों के दबाव के चलते राजस्थान पुलिस ने मोनू मानेसर का नाम हटा दिया है. लेकिन भरतपुर पुलिस ने ट्वीट कर लिखा है कि मोनू मानेसर और लोकेश सिंगला दोनों के खिलाफ साक्ष्य जुटाए जा रहे हैं, अनुसंधान चल रहा है. दोनों ही एफआईआर में नामजद हैं. पुलिस ने यह जानकारी लोगों के विरोध और सोशल मीडिया पर फैल रही अफवाहों के बाद जारी की है.
झेलना पड़ा था विरोध - कुछ दिन पूर्व भरतपुर पुलिस को मोनू मानेसर के अपने गांव मानेसर में होने की सूचना मिली थी. इसके बाद भरतपुर पुलिस मोनू मानेसर को उठाने मानेसर पहुंच गई. उसी वक्त गांव में पंचायत चल रही थी, जिसमें सैकड़ों लोग मौजूद थे. लोगों को जैसे ही पता चला कि भरतपुर पुलिस मोनू मानेसर को पकड़ने आई है तो लोगों ने पुलिस का विरोध शुरू कर दिया. ऐसे में भरतपुर पुलिस को खाली हाथ लौटना पड़ा था.
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