ग्लोबल बर्डिंग की ओर से भरतपुर बर्डिंग सप्ताह का हुआ आयोजन, तीन दिन में 12 राज्यों की 150 टीमों ने पक्षियों की 473 प्रजातियों को किया चिन्हित
ग्लोबल बर्डिंग की ओर से 5 से 10 अक्टूबर तक भरतपुर बर्डिंग सप्ताह का आयोजन किया गया. सप्ताह के दौरान भरतपुर में 3 दिन में 12 राज्यों की 150 टीमों ने अलग-अलग स्थानों पर पक्षियों की प्रजातियों कि गणना की. जिसमें कुल 473 प्रजाति के पक्षियों को चिन्हित किया गया है.
ग्लोबल बर्डिंग की ओर से भरतपुर बर्डिंग सप्ताह का हुआ आयोजन
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Published : Oct 10, 2021, 8:23 PM IST
भरतपुर.ग्लोबल बर्डिंग की ओर से 5 से 10 अक्टूबर तक भरतपुर बर्डिंग सप्ताह का आयोजन किया गया. सप्ताह के दौरान भरतपुर में 3 दिन में 12 राज्यों की 150 टीमों ने अलग-अलग स्थानों पर पक्षियों की प्रजातियों कि गणना की. जिसमें कुल 473 प्रजाति के पक्षियों को चिन्हित किया गया. 3 दिन के दौरान ग्लोबल बर्डिंग के तहत सर्वाधिक पक्षियों की प्रजातियों की गणना करने पर भरतपुर बर्डिंग टीम दुनिया में अव्वल रही. इसी के साथ रविवार को भरतपुर बर्डिंग सप्ताह का समापन हो गया.
भरतपुर बर्डिंग सप्ताह के आयोजक एवं पर्यावरणविद राज सिंह ने बताया कि भरतपुर बर्डिंग सप्ताह के तहत 8,9 और 10 अक्टूबर को 12 राज्यों में 150 टीमों ने भाग लिया. प्रत्येक टीम में करीब 5 लोग शामिल थे. ऐसे में बर्डवाचिंग के दौरान एक साथ 12 राज्यों में करीब 750 पर्यावरणविद, घना के गाइड, रिक्शा चालक, गाइड और विद्यार्थी शामिल रहे. इन सभी टीमों ने अलग-अलग क्षेत्रों में अलग-अलग प्रजातियों के पक्षियों की जानकारी एकत्रित करके ई-बर्डिंग वेबसाइट पर अपलोड की.
संयोजक राज सिंह ने बताया कि रविवार शाम 5 बजे तक दुनिया भर के अलग-अलग पर्यावरणविदों की टीमों की ओर से वेबसाइट पर अपलोड की गई पक्षियों की प्रजातियों की संख्या और गणना को देखते हुए ई-बर्डिंग की ओर से भरतपुर बर्डिंग टीम को 473 पक्षियों की प्रजातियों की गणना के साथ ही नंबर वन पर रखा. संयोजक राज सिंह ने बताया कि यह भरतपुर के लिए गर्व की बात है कि पक्षियों की गणना में हम दुनिया भर में नंबर वन पर रहे हैं.
राज्यवार पक्षियों की गणना
राजस्थान
216
उत्तर प्रदेश
161
उत्तराखंड
145
गुजरात
125
आसाम
122
केरल
72
मध्य प्रदेश
64
हिमाचल प्रदेश
42
भरतपुर बर्डिंग वीक का रविवार शाम को 'द बाग' होटल में समापन किया गया. इस अवसर पर बर्डिंग वीक में भाग लेने वाले पर्यावरणविद, गाइड और विद्यार्थियों को प्रमाण पत्र प्रदान कर सम्मानित किया गया. पर्यावरणविद भोलू अबरार, डॉ. केपी सिंह, धीरेंद्र देवर्षि, लक्ष्मण सिंह, अंसार खान, दिग्विजय सिंह आदि मौजूद रहे.