भरतपुर.विधानसभा चुनाव 2023 के तहत 25 नवंबर को मतदान होगा. भरतपुर संभाग के धौलपुर, सवाई माधोपुर, करौली, भरतपुर और डीग जिलों की सीमाएं कई राज्यों से मिलती हैं. संभाग के कुल बूथों में से 51% बूथ संवेदनशील और अति संवेदनशील हैं. ऐसे में प्रशासन के लिए पूरे संभाग में शांतिपूर्ण मतदान करना एक चुनौती रहेगी. शांतिपूर्ण मतदान कराने के लिए संभाग के सभी जिलों में शुक्रवार को 20 हजार से अधिक राजस्थान पुलिस और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के जवान तैनात किए जाएंगे.
तीन राज्यों की सरहद से सटा है संभाग :भरतपुर संभाग के धौलपुर, सवाई माधोपुर, करौली, भरतपुर और डीग जिलों की सरहदों से कई राज्यों की सरहद में सटी हुई हैं. भरतपुर से उत्तर प्रदेश, डीग से उत्तर प्रदेश व हरियाणा, धौलपुर से यूपी व एमपी, सवाई माधोपुर से एमपी और करौली से भी एमपी की सीमा लगी हैं. ऐसे में चुनावों के दौरान पुलिस प्रशासन को संभाग के इन जिलों में शांति व्यवस्था बनाए रखना चुनौतीपूर्ण रहेगा.
इसे भी पढ़ें -चुनाव प्रचार के आखिरी दिन प्रत्याशियों की जोर आजमाइश, जानिए राजस्थान में कौन से मुद्दे रहे हावी
भरतपुर-डीग में 50% संवेदनशील बूथ :भरतपुर-डीग जिला उत्तर प्रदेश की सीमा से सटा हुआ है. जिला कलेक्टर लोकबंधु ने बताया कि भरतपुर-डीग जिले में कुल 1774 बूथ हैं, जिनमें से 887 यानी 50% बूथ संवेदनशील हैं. ऐसे में यहां शांतिपूर्ण मतदान कराने के लिए जिले में राजस्थान पुलिस, आरएसी और अर्धसैनिक बल के कुल 7000 जवान तैनात रहेंगे. सभी संवेदनशील और अतिसंवेदनशील बूथों पर वेबकास्टिंग के माध्यम से नजर रखी जाएगी.
सवाई माधोपुर में 58% बूथ संवेदनशील : मध्यप्रदेश की सरहद से सटे सवाई माधोपुर जिले में सर्वाधिक 58% बूथ संवेदनशील हैं. जिले में कुल 957 बूथ हैं, जिनमें से 557 बूथ संवेदनशील हैं. जिले में शांतिपूर्ण मतदान कराने के लिए पुलिस, आरएसी और अर्धसैनिक बल के करीब कुल 5 हजार जवान तैनात रहेंगे.
धौलपुर में 469 बूथ संवेदनशील :जिले की सरहद उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश से सटी हुई हैं. जिले में कुल 928 मतदान बूथ हैं, जिनमें से 469 बूथ यानी 50% बूथ संवेदनशील और अति संवेदनशील हैं. शांतिपूर्ण मतदान कराने के लिए जिले में पुलिस, केंद्रीय रिजर्व बल, होम गार्ड और आरएसी के करीब 4 हजार जवान तैनात रहेंगे.