भरतपुर. कोरोना काल में लॉकडाउन के दौरान प्रदेश में महिलाएं और बालिकाएं सर्वाधिक असुरक्षित रहीं. लॉकडाउन के दौरान लोगों का घर से बाहर निकलना बंद था. इसके बावजूद प्रदेश में 4751 महिलाएं और बालिका दरिंदगी का (rape case in Rajasthan) शिकार हुईं. चौंकाने वाली बात यह है कि पूरे प्रदेश में सर्वाधिक दुष्कर्म के मामले भरतपुर में सामने आए.
पुलिस विभाग के आंकड़ों की माने तो 22 मार्च 2020 से मार्च 2021 लॉकडाउन दौरान प्रदेशभर में 4751 दुष्कर्म के मामले दर्ज हुए. अगर जयपुर में 496 मामले को छोड़ दिया जाए तो पूरे प्रदेश में सर्वाधिक दुष्कर्म के मामले भरतपुर में 233 सामने (rape in Bharatpur) आए. वहीं भरतपुर के बाद दूसरे नंबर पर सर्वाधिक दुष्कर्म के मामले बाड़मेर जिले में 206 दर्ज हुए.
झूठे मामलों में फंसाने के प्रयास
भरतपुर पुलिस अधीक्षक देवेंद्र कुमार विश्नोई की माने तो भरतपुर जिले में लॉकडाउन के दौरान दुष्कर्म के सर्वाधिक मामले सामने आने की कई वजह रही. इनमें सबसे बड़ी वजह यह रही कि लॉकडाउन के दौरान लोग अन्य शहरों से लौटकर अपने गांव और घरों में आए.
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