बाड़मेर. राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150वीं जयंती के उपलक्ष्य में गांधी सप्ताह का आयोजन किया जा रहा है. इस आयोजन में अलग-अलग तरह के कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं. इसी कड़ी में गुरुवार को बाड़मेर जिला परिषद सभागार में गांधी दर्शन और महिला सशक्तिकरण विषय पर कार्यशाला का आयोजन किया गया.
गांधी दर्शन और महिला सशक्तिकरण विषय पर कार्यशाला आयोजित इस कार्यशाला को संबोधित करते हुए जिला पुलिस अधीक्षक सरहद चौधरी ने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का सपना था कि महिलाएं आत्मनिर्भर और सशक्त बने. महिलाओं को समाज में उचित सम्मान और महत्व मिले. इसके लिए उन्होंने भरपूर प्रयत्न भी किया.
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चौधरी ने आगे बताया कि महिलाएं भयमुक्त आत्मनिर्भर और सशक्त बने, इसके लिए आज भी महात्मा गांधी की विचारधारा हमारे लिए मार्गदर्शक बनी हुई है. उन्होंने रूमा देवी को महिला सशक्तिकरण का मिसाल बताते हुए कहा कि उनसे हमें प्रेरणा लेनी चाहिए.
मुख्य कार्यकारी अधिकारी महोदय रतनू ने कार्यशाला को संबोधित करते हुए कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के स्वतंत्रता आंदोलन के समय समाज में मौजूद हर तरह की असमानताओं को दूर करने के लिए जनमानस को प्रेरित किया है. इसमें स्त्री-पुरुष समानता को लेकर वह बेहद ज्यादा गंभीर थे. उन्होंने आजाद भारत में हर तरह के भेदभाव से मुक्त समाज निर्माण के लिए अनेक प्रयास भी किए.
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वहीं इस कार्यशाला के दौरान असिस्टेंट प्रोफेसर मुकेश पचौरी ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के जीवन से जुड़े विभिन्न प्रसंगों का जिक्र करते हुए उनके जीवन दर्शन को मौजूदा समय की जरूरत बताया. इस कार्यशाला में नारी शक्ति के सम्मान से सम्मानित रूमा देवी ने भी अपने विचार रखे.