बाड़मेर.जिले में मंगलवार को नाबालिग के साथ हुए गैंगरेप की घटना ने पूरे राजस्थान को झकझोर दिया है. दो दिन अस्पताल में भर्ती रहने के बाद पीड़िता को शुक्रवार को अस्पताल से छुट्टी मिल गई है. इसके बाद पुलिस ने पीड़िता को न्यायालय में पेश किया, जहां पर पीड़िता के 164 के बयान दर्ज करवाए गए. दूसरी ओर पुलिस ने इस पूरे मामले में पकड़े गए एक आरोपी को भी न्यायालय में पेश कर पुलिस ने रिमांड मांगा है, ताकि आरोपी से और भी गहनता से पूछताछ कर पूरे मामले का खुलासा किया जा सके.
अस्पताल से डिस्चार्ज हुई पीड़िता इस पूरे मामले पर एसपी आनंद शर्मा ने बताया कि 2 दिन बाद पीड़िता को जिला अस्पताल से छुट्टी मिल गई है. छुट्टी मिलने के बाद पीड़िता को न्यायालय में पेश किया गया, जहां पर उसके 164 के बयान दर्ज करवाए गए. उन्होंने कहा कि इस पूरे मामले जो भी साक्ष्य जुटाने शेष हैं उन्हें भी जल्द जुटाकर इस पूरे मामले में जल्द चालान पेश करने की कोशिश करेंगे. उन्होंने कहा कि हम कोशिश करेंगे कि इस मामले का फास्ट ट्रैक कोर्ट में ट्रायल करवाया जाए. शर्मा ने यह भी जानकारी दी कि इस मामले में पकड़े गए आरोपी को भी न्यायालय में पेश कर पुलिस रिमांड मांगा गया है और उसके बाद आगे की कार्रवाई की जा रही है.
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गैंगरेप मामले में सियासत...
गैंगरेप का मामला सामने आने के बाद इस पूरे मामले को लेकर सियासत भी तेज हो गई है. विपक्षी पार्टियां गहलोत सरकार को लगातार घेरने में जुटी हुई हैं. वहीं, स्थानीय बीजेपी नेताओं से लेकर प्रदेश स्तर के नेता ने पीड़ित परिवार से मुलाकात कर पूरे मामले की जानकारी ली. सरकार की ओर से भी राजस्व मंत्री हरीश चौधरी ने भी पीड़ित परिवार से मुलाकात कर सरकार की ओर से हर संभव मदद का भरोसा दिलाया. दूसरी ओर राज्य बाल संरक्षण अधिकार आयोग की अध्यक्ष संगीता बेनीवाल ने भी गुरुवार को बाड़मेर पहुंच कर पीड़िता और पीड़ित परिजनों से मुलाकात कर पूरे घटनाक्रम की जानकारी लेते हुए न्याय दिलाने का भरोसा दिलाया.
ये है मामला...
बता दें कि जिले के शिव थाना अंतर्गत 7 अक्टूबर को नाबालिग बच्ची का अपहरण कर वारदात को अंजाम दिया गया था, साथ ही उसकी अश्लील फोटो भी खींचे गए थे. पीड़िता के परिजन मतदान करने गए हुए थे, जब घर वापस लौटे तो लड़की घर पर नहीं थी. जिसके बाद परिजनों ने लड़की को ढूंढा गया, लेकिन वह नहीं मिली. देर शाम बालिका गांव के स्कूल के पास अचेत अवस्था में मिली. जिस पर परिजनों ने पुलिस चौकी को इसकी सूचना दी. जिसके बाद पीड़िता को नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, जहां पर प्राथमिक उपचार के बाद उसे जिला अस्पताल में भर्ती करवाया गया, जहां बीते 2 दिनों से उसका इलाज चल रहा था. वहीं, पुलिस ने इस पूरे मामले के मुख्य आरोपी को एक दिन पहले ही गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस ने पीड़िता को अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद न्यायालय में पेश कर 164 के बयान दर्ज करवाया है. पुलिस ने आरोपी को भी न्यायालय में पेश किया और पुलिस रिमांड मांगा है.