बालोतरा.केन्द्रीय पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस, श्रम एवं रोजगार मंत्रालय के राज्यमंत्री रामेश्वर तेली ने शनिवार को बाड़मेर प्रवास के दौरान केयर्न ऑयल एंड गैस-वेदांता लिमिटेड द्वारा संचालित मंगला प्रोसेसिंग टर्मिनल का दौरा किया. केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण राज्य मंत्री कैलाश चौधरी भी उनके साथ रहे. इस अवसर पर बाड़मेर में हो रहे तेल उत्पादन पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए उन्होंने विश्वास जताया कि ये क्षेत्र भी क्रूड ऑयल के उत्पादन से दुबई जितना समृद्ध हो.
उन्होंने कहा कि वर्तमान में भारत अपनी तेल जरूरतों का 83 प्रतिशत आयात करता है. देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का विजन है कि देश में ही अधिकाधिक तेल उत्पादन करते हुए इस मामले में हम आत्मनिर्भर हों. राजस्थान के ऑयल फील्ड्स तेल का अच्छा उत्पादन कर रहे हैं और भविष्य में यहां से उत्पादन और बढ़ने वाला है. लक्ष्य यह रहेगा कि बाड़मेर में बनने वाली रिफाइनरी में ज्यादा से ज्यादा स्थानीय क्रूड ऑयल काम में लाया जाए.
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इस अवसर पर अपने विचार व्यक्त करते हुए केंद्रीय कृषि मंत्री और बाड़मेर सांसद कैलाश चौधरी ने कहा कि तेल खोज और उत्पादन के साथ ही बाड़मेर में सुखद परिवर्तन हुआ है. यहां उद्योग-धंधों और रोजगार के नए अवसर पैदा हुए हैं. उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि भविष्य में इन क्षेत्रों में और तेजी से काम होगा. इससे पूर्व मंगला प्रोसेसिंग टर्मिनल पर पहुंचने पर केयर्न के प्रेसीडेंट पब्लिक पॉलिसी एंड रेगुलेटरी अफेयर्स प्रवीण पलकीझील, डायरेक्टर राजस्थान ब्रिगेडियर बी एस शेखावत, हेड ऑपरेशंस हितेंद्र पटेल, हेड ड्रिलिंग जे पी मिश्रा और अन्य अधिकारियों ने अतिथियों का स्वागत किया. सेंट्रल कंट्रोल रूम के समीप फलदार वृक्ष का पौधरोपण किया गया. केंद्रीय राज्यमंत्री ने केयर्न के भारत में तीसवें वर्ष में प्रवेश का सांकेतिक बैनर विमोचित किया. उन्होंने मंगला वेलपैड का दौरा करते हुए ड्रिलिंग प्रगति की जानकारी भी ली.