बाड़मेर. पंचायती राज चुनाव को लेकर केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी इन दिनों बाड़मेर जिले में चुनावी जनसभाएं कर भाजपा प्रत्याशियों के पक्ष में जन समर्थन मांग रहे हैं. इन चुनावी जनसभाओं के दौरान पंचायती राज चुनाव में भाजपा का परचम लहराने का दावा किया जा रहा है. केंद्रीय मंत्री ने किसान आंदोलन को लेकर कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा.
केंद्रीय मंत्री कैलाश चौधरी ने कहा कि किसान आंदोलन के नाम पर कांग्रेस राजनीतिक रोटियां सेंकने का काम कर रही है. किसानों के प्रदर्शन का स्वरूप ठीक वैसा ही है, जैसा उसने भूमि अधिग्रहण बिल, कश्मीर से धारा 370 हटाने, एक बार में तीन तलाक, सर्जिकल स्ट्राइक, राफेल विमान खरीद, नागरिकता संशोधन बिल (सीएए), अयोध्या विवाद आदि के समय किया था.
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चौधरी ने कहा कि कोरोना महामारी और पाकिस्तान और खासकर चीन से तनातनी के बीच भी कांग्रेस प्रदर्शन कर रही है. आम कांग्रेसी तो दूर राहुल गांधी तक चीन के प्रवक्ता की तरह व्यवहार कर रहे हैं. कांग्रेस यह भी नहीं चाहती है कि प्रधानमंत्री मोदी किसानों के हित में कोई ऐसा फैसला लें, जिसका खामियाजा कांग्रेस को चुनाव के मैदान में भुगतना पड़े.
कृषि राज्यमंत्री कैलाश चौधरी ने केंद्र सरकार के कृषि बिल के विरोध में हो रहे किसान आंदोलन को राजनीति से प्रेरित बताते हुए कहा कि कांग्रेस फिर सड़क पर है, किसानों के नाम पर कांग्रेस जगह- जगह उग्र प्रदर्शन कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि कृषि कानून किसानों के हितों को ध्यान में रखते हुए बनाया गया है.
कोरोना गाइडलाइन की पालना के साथ कार्यक्रम चौधरी ने कहा कि जब प्रधानमंत्री मोदी बार-बार कह रहे हैं कि किसानों के हित के साथ-साथ राज्य सरकारों को मंडी से मिलने वाले राजस्व में कोई बदलाव नहीं किया गया, तो बेकार का हौवा खड़ा करना देशहित में नहीं है. चुनाव आते हैं, चले जाते हैं, लेकिन देश सर्वोपरि होता है और यह किसी को नहीं भूलना चाहिए.
कृषि कानून किसानों के हित में...
केंद्रीय मंत्री कैलाश चौधरी ने कहा कि केंद्र सरकार के किसानों की आमदनी दोगुना करने के संकल्प ने बिचौलियों की परेशानी चौगुनी कर दी है. ऐसे ही बिचौलियों के साम्राज्य को बचाने की कांग्रेस सियासत कर रही है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार द्वारा लाए गए कृषि सुधार कानून देश के करोड़ों किसानों की आंखों में खुशी, जिदगी में खुशहाली की गारंटी है.
कृषि सुधार कानून दशकों से बिचौलियों के चंगुल में फंसे किसानों को आजादी दिलाकर किसानों के आर्थिक सशक्तिकरण की दिशा में एतिहासिक कदम है. कृषि प्रधान भारत, कृषक प्रधान हिंदुस्तान के रास्ते पर चल पड़ा है, जहां किसानों के अन्न का भरपूर दाम, अन्नदाता का भरपूर सम्मान है.
कांग्रेस किसानों के आर्थिक सशक्तिकरण में बन रही रोड़ा...
कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी ने कहा कि कांग्रेस और उसके साथी किसानों के आर्थिक सशक्तिकरण की राह में रोड़ा खड़ा कर रहे हैं और बिचौलियों का समर्थन करने का पाप कर रहे हैं. इसके लिए देश के करोड़ों मेहनती किसान कांग्रेस और उसके साथियों को कभी माफ नहीं करेंगे. मोदी सरकार का एकमात्र संकल्प किसानों की समृद्धि है और कानून सही मायनों में क्रांतिकारी पहल है.
12 सर्वश्रेष्ठ जनरल में हणूत सिंह का नाम फख्र के लेती है भारतीय सेना...
सन 1971 के युद्ध के 50वीं वर्षगांठ की तैयारियों को लेकर सेना के कोर्णाकोर की ओर से लेफ्टिनेंट कर्नल विश्वास कुमार ने जिले के बालोतरा के जसोल पहुंच लेफ्टिनेंट जनरल हणूतसिंह के वार मेमोरियल में माल्यार्पण कर स्वागत किया और उनके जीवन के बारे में जानकारी ली. जनरल हणूत सिंह जिन्होंने 1971 के भारत-पाक युद्व में अदम्य साहस का परिचय देते हुए पाकिस्तान के 48 टैंक की पूरी रेजिमेंट को ही नेस्तनाबूद कर दिया. उसके बाद सेना की ओर से सम्मान स्वरूप धोरा धरती बाड़मेर के जसोल गांव में उनकी ढाणी में भारतीय सेना का टैंक रखा गया.
उनके ढाणी में कोविड-19 के तहत आयोजित हुए सादगी पूर्ण कार्यक्रम में श्री राणी भटियाणी मंदिर संस्थान अध्यक्ष रावल किशन सिंह जसोल ने कहा कि भारतीय सेना के 12 सर्वश्रेष्ठ जनरल में हणूतसिंह का नाम फख्र के साथ भारतीय सेना लेती है.