बाड़मेर. केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण राज्यमंत्री कैलाश चौधरी रविवार को को 47 वर्ष के हो गए. केंद्रीय मंत्री चौधरी के समर्थकों एवं कार्यकर्ताओं ने उनके जन्मदिन को सेवा संकल्प दिवस के रूप में मनाया गया. इस अवसर पर संसदीय क्षेत्र बाड़मेर में भाजपा कार्यकर्ताओं एवं मंत्री समर्थकों ने रक्तदान किया और अस्पताल में मरीजों को फल बांटे. केंद्रीय कृषि राज्यमंत्री कैलाश चौधरी ने अपने जन्मदिन पर देश-प्रदेश एवं संसदीय क्षेत्र से मिली शुभकामनाओं के लिए आभार व्यक्त किया.
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केंद्रीय मंत्री चौधरी ने कहा कि इन शुभकामनाओं से उन्हें आमजन और किसानों का जीवन बेहतर बनाने की दिशा में और काम करने की शक्ति मिलती है. सौभाग्य से मेरा जन्मदिन ऐतिहासिक बन गया है. कृषि राज्यमंत्री कैलाश चौधरी ने कहा कि लोकसभा में पिछले दिनों पारित होने के बाद कृषि से जुड़े दो विधेयक रविवार को राज्यसभा से भी पारित हो गए.
उन्होंने कहा कि दोनों विधेयक किसानों के हित में है, इससे उन्हें बेहतर बाजार मिल सकेगा. उन्होंने कहा कि सरकार का पूरा ध्यान किसानों की ओर है और उनकी स्थिति में सुधार के लिए वह प्रयासरत है. कैलाश चौधरी ने कहा कि ये दोनों बिल ऐतिहासिक हैं और किसानों के जीवन में क्रांतिकारी बदलाव लाने वाले हैं. संयोग और सौभाग्य से मेरा जन्मदिन भी यादगार और ऐतिहासिक बन गया है. इस बिल के माध्यम से किसान अपनी फसल किसी भी जगह पर मनचाही कीमत पर बेचने के लिए आजाद होगा. इन विधेयकों से किसानों को महंगी फसलें उगाने का अवसर मिलेगा. भारत के कृषि इतिहास में एक बड़ा दिन है.
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कृषि एवं किसानों के सशक्तिकरण के लिए केंद्र सरकार द्वारा लाए गए विधेयकों उपज व्यापार एवं वाणिज्य (संवर्धन एवं सरलीकरण), कृषक (सशक्तिकरण व संरक्षण) कीमत आश्वासन एवं कृषि सेवा पर करार और आवश्यक वस्तु (संशोधन) के संसद में पारित होने पर खुशी प्रकट करते हुए कृषि राज्यमंत्री कैलाश चौधरी ने कहा कि सही मायनों में किसानों को अपने फसल के भंडारण, और बिक्री की आजादी देंगे और बिचौलियों के चंगुल से उन्हें मुक्त करेंगे. उन्होंने कहा कि 'एमएसपी अर्थात न्यूनतम समर्थन मूल्य था, है और रहेगा. एपीएमसी की व्यवस्था भी बनी रहेगी. कांग्रेस सहित विपक्ष इन बिलों का विरोध करके और किसानों के बीच भ्रम फैलाकर गुंडागर्दी और तानाशाही का परिचय दे रहा है. उन्हें राष्ट्रहित और किसान कल्याण से कोई सरोकार नहीं है.