बाड़मेर. जिले का प्रसिद्ध मल्लीनाथ पशु मेला तिलवाड़ा 7 अप्रैल से आरंभ होगा. मेले के दौरान कोरोना गाइडलाइन की अनिवार्य रूप से पालना की जाएगी. जिला कलेक्टर विश्राम मीणा ने बुधवार को मेले की प्रबंध कार्यकारिणी की बैठक में व्यवस्थाओं की विस्तृत समीक्षा की है. इस अवसर पर जिला कलेक्टर ने बताया कि वर्तमान में कोरोना की परिस्थितियों के मद्देनजर भारत सरकार की गाइडलाइन का पूर्ण रूप से पालना करवाई जाएगी.
मेले के दौरान मास्क पहनना तथा सोशल डिस्टेंसिंग की पालना सुनिश्चित करवाई जाएगी. उन्होंने बताया कि पंजाब, हरियाणा, गुजरात, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश समेत छह राज्यों से आने वाले सभी पशुपालकों को 72 घंटे पूर्व की आरटीपीसीआर रिपोर्ट अनिवार्य रूप से साथ में लानी होगी. उन्होंने कहा कि मेले के सभी प्रवेश स्थलों पर चेक पोस्ट स्थापित कर अन्य राज्यों से आने वाले पशुपालकों की जांच की जाए एवं आवश्यकता होने पर मौके पर ही सैम्पल लिए जाएं.
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जिला कलेक्टर ने बताया कि मेले का आगाज 7 अप्रैल से विधिवत रूप से झंडारोहण के साथ होगा. उन्होंने बताया कि शुरुआत में मेला 10 दिन के लिए चलाया जाए, बाद में यदि पशुपालकों की मांग एवं पशुओं की आवक के मद्देनजर आवश्यकता होने पर इसे 5 दिन के लिए आगे बढ़ाया जा सकता है. इस मौके पर जिला कलेक्टर ने तिलवाड़ा पशु मेले में समुचित व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने को कहा है.
उन्होंने मेला अवधि के दौरान सफाई, पानी, बिजली, चारा एवं यातायात व्यवस्थाओं के साथ पशुपालकों को बेहतरीन सुविधाएं उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं. बैठक के दौरान जिला कलक्टर विश्राम मीणा ने तिलवाड़ा पशु मेले में पशुओं की संभावित आवक एवं क्रय विक्रय, पेयजल एवं परिवहन समेत पशु चिकित्सा इंतजामों की विस्तार के साथ जानकारी ली.
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उन्होंने कहा कि मेला अवधि के दौरान कानून व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए पर्याप्त पुलिस जाब्ता लगाया जाए. उन्होंने मेले के दौरान पशुओं के लिए चारे, पानी एवं यात्रियों के लिए भी समुचित व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए. जिला कलक्टर ने बालोतरा उपखंड अधिकारी को मेला मैदान की साफ सफाई, झांड़ियों की कटाई, पशु खेलियों की मरम्मत, मैदान लेवलिंग, पशु चिकित्सा, पेयजल सहित सभी व्यवस्थाएं सुनिश्चित करवाने के निर्देश दिए हैं.