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बाड़मेर का लाल जम्मू-कश्मीर में शहीद, खबर सुनते ही पत्नी की तबियत बिगड़ी, पार्थिव देह आज पहुंचेगा उनके गांव

जम्मू-कश्मीर के कंधार बर्फीले इलाकों में बीते 21 नवंबर को देश की रक्षा करते हुए लाल पीराराम शहीद हो गए. वहीं इस घटना की सूचना मिलते ही गांव में सन्नाटा पसरा हुआ है और उनकी पत्नी बेसुध हो गई है, जिनका इलाज बाड़मेर के राजकीय चिकित्सालय में चल रहा है.

Young martyr of Barmer, देश की रक्षा करते हुए शहीद

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Published : Nov 25, 2019, 2:53 PM IST

बाड़मेर.जम्मू-कश्मीर के कंधार बर्फीले इलाकों में 15 फीट की ऊंचाई की चोटी पर तैनात बाड़मेर जिले के बछड़ाऊ गांव के लाल पीराराम 5 दिन पहले 21 नवंबर को देश की रक्षा करते हुए शहीद हो गए. वहीं पीराराम के शहीद होने की सूचना के बाद से ही गांव में सन्नाटा पसरा हुआ है. वहीं इस खबर के बाद उनकी पत्नी बेसुध हो गई है. जिनका इलाज बाड़मेर के राजकीय चिकित्सालय में चल रहा है.

बाड़मेर के लाल शहीद पीराराम को दी जाएगी अंतिम विदाई

शहीद पीराराम का पार्थिक देह सोमवार को उनके पैतृक गांव बाछड़ाऊ पहुंचेगा. जहां सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा. वहीं पीराराम के इस अंतिम विदाई में भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष सतीश पुनिया सहित कांग्रेस के जन प्रतिनिधि, जिला प्रशासन और पुलिस के आलाधिकारी मौजूद रहेंगे. आपको बता दें कि जम्मू कश्मीर में तंगधार में 8 जाट रेजिमेंट में पीराराम तैनात थे.

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उसी दौरान 21 नवम्बर को तंगधार की ऊंची चोटी पर पांच साथियों के साथ ड्यूटी दे रहे थे, लेकिन तेज बर्फबारी और सीजफायर की वजह से हुई कंपन से बर्फीले पहाड़ की चट्टान टूट गई और पीराराम शहीद हो गए. हालांकि पीराराम के शहीद होने की सूचना मिलने के बाद शहीद पीराराम की पत्नी वगतु देवी बेसुध हो गई है, जिनका इलाज राजकीय अस्पताल में चल रहा है. पीराराम के शहीद होने की सूचना के बाद से गांव में भी सन्नाटा पसरा हुआ है.

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