शिव (बाड़मेर). सरकारी स्कूलों का विकास करवाने में भामाशाहों की ओर से आर्थिक सहयोग देने के मामले तो अक्सर सामने आते रहते हैं. लेकिन राजस्थान के बाड़मेर जिले के शिव उपखंड में स्थित राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय, उटल में कार्यरत सभी शिक्षकों ने करीब 2 लाख रुपए दान दिए हैं. इन सभी शिक्षकों ने अपनी 1 महीने की सैलरी विद्यालय के विकास में देने की घोषणा की.
विद्यालय में यह है कमी...
- बालक-बालिकाओं का शौचालय नहीं है. एक है तो वह भी बहुत पुराना हो चुका है, जो लायक नहीं है.
- विद्यालय में 5 क्लासरूम हैं, जिनमें 3 अच्छी कंडीसन में है. शेष 2 बहुत जर्जर हालत में है.
- विद्यालय में पानी की बहुत समस्या है. पाईप लाईन की स्वीकृति नहीं होने से टांके में कनेक्शन नहीं है. इसलिए बच्चों के लिए भामाशाहों के सहयोग से टांके मे पानी डलवाते हैं.
- विद्यालय में चारदीवारी है, जो 4 फीट ऊंची है. इसके कारण मवेशी अंदर आकर विचरण करते हैं, जो विद्यालय प्रांगण मे खड़े पेड़-पौधों को नुकसान पहुंचाते हैं.
स्कूल मे भौतिक संसाधनों की आवश्यकताओं को देखते हुए विद्यालय के शिक्षकों ने यह घोषणा की है. विद्यालय में इसके लिए शिक्षकों के साथ सरकार और भामाशाह भी आगे आते हैं, तब ही विद्यालय में निम्न मूलभूत संसाधनों की सुविधा उपलब्ध हो सकती है और विद्यालय का सुधार हो सकता है.