सिवाना (बाड़मेर).विधायक हमीर सिंह भायल सिवाना से भाजपा के विधायक हैं. सोमवार को विधायक खारा महेचान, दाखा, इंद्राणा का औचक निरीक्षण करने निकले. इस दौरान खारा महेचान पीएचसी पर गंभीर लापरवाही सामने आई. जहां चिकित्सक की उपस्थिति में ही प्राइवेट आदमी अस्पताल की बिल्डिंग के अंदर दवाई की दुकान चला रहा था. जिसको लेकर विधायक ने नाराजगी जताई और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को फर्जी व झोलाछाप डॉक्टरों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की.
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हमीर सिंह भायल ने कहा कि कोरोना का कहर अब गांवों में देखने को मिल रहा है. राजस्थान सरकार ने मुख्यमंत्री निशुल्क दवा योजना चलाई हुई है जो काफी सराहनीय योजना है. मगर झोलाछाप डॉक्टर बीमार लोगों को 5-7 दिनों तक इलाज के नाम पर हैवी ड्रग्स देकर उनके स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं. जब उनकी स्थिति बिगड़ने लगती है तो उनको छोड़ दिया जाता है. ऐसे मरीजों का सरकारी अस्पतालों में इलाज करने में भी परेशानी आ रही है. इससे मौतें ज्यादा होने की आशंका बनी हुई है.
झोलाछाप डॉक्टरों के खिलाफ कार्रवाई की मांग विधायक भायल ने बताया कि 16 मई को मुख्य सचिव ने आदेश निकाल कर VC के माध्यम से जिला कलेक्टरों को निर्देश दिए कि सभी झोलाछाप डॉक्टरों को पकड़ कर उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कर कठोर कार्रवाई की जाए. विधायक ने बताया कि मैं भी पिछले कई दिनों से पीएचसी, सीएचसी पर दवाइयां उपलब्ध करवाने व उपकरणों की कमी को पूरा करने को लेकर निरीक्षण कर रहा हूं, लेकिन झोलाछाप डॉक्टर जनता के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं.
खारा महेचान के अस्पताल में सरकारी चिकित्सक होने के बावजूद अस्पताल में झोलाछाप डॉक्टर सरकारी अस्पताल के अंदर बने कक्ष में पलंग लगाकर ड्रिप लगाकर पूरी मेडिकल दुकान बनाकर इलाज करता हुआ पाया गया, सरकार की एमएनडीवाई योजना की खुलेआम धज्जियां उड़ाई जा रही हैं. मामले की शिकायत करने पर कलेक्टर ने कार्रवाई की है तो वही सिवाना उपखंड के कुसीप गांव में फर्जी डॉक्टर मरीजों का इलाज कर रहे हैं. सिवाना एसडीएम ने कार्रवाई करते हुए एकअस्पताल को सील कर फर्जी डॉक्टर को गिरफ्तार किया है. लेकिन ऐसा सुनने में भी आ रहा है कि कुछ सरकार के जनप्रतिनिधि ऐसे लोगों का सहयोग कर रहे हैं. ऐसे लोगों के खिलाफ भी कार्रवाई होनी चाहिए.
सरकार से अपील
हमीर सिंह भायल ने कहा कि राजस्थान सरकार के संवेदनशील मुख्यमंत्री होते हुए भी ऐसे मामले के सामने आते हैं तो बड़े दुख की बात है. ऐसे लोगों के खिलाफ कठोर कार्रवाई होनी चाहिए और ऐसा होने पर गरीबों के साथ अन्याय नहीं होगा. वहीं विधायक ने cm से फर्जी डॉक्टरों, नीम हकीम के खिलाफ कठोर कार्रवाई कर अंकुश लगाने की मांग की.