बाड़मेर.शीतला सप्तमी का त्यौहार शनिवार को बाड़मेर में हर्षोल्लास के साथ मनाया गया. संक्रामक रोगों से मुक्ति दिलाने वाली और चेचक रोग से बचाने वाली शीतला माता को शनिवार को ठंडे भोजन का भोग लगाया गया. गृहणीयो ने 1 दिन पहले शुक्रवार को ही शीतला सप्तमी पर्व की तैयारी करते हुए घरों में अलग-अलग व्यंजन बनाकर तैयार कर दिए और आज शनिवार को शीतला माता को ठंडे भोजन का भोग लगाकर पूजा अर्चना की.
शनिवार को बाड़मेर के सब्जी मंडी स्थित शिव मंदिर और हिंगलाज मंदिर में शीतला माता को ठंडे भोजन का भोग लगाकर पूजा अर्चना की वही मंदिरों में श्रद्धालुओं की बड़ी संख्या में भीड़ नजर आई. मंदिर में दिनभर भक्तों की लाइन लगी रही. इसके साथ ही महिलाओं ने अपने अपने घरों में शीतला माता को ठंडे भोजन का भोग लगाकर प्रसन्न कर खुशहाली की कामना की. शीतला सप्तमी व्रत चैत्र माह के कृष्ण पक्ष की सप्तमी तिथि पर किया जाता है. शीतला माता का पूजन कर, उन्हें बासी और ठंडे व्यंजनों का भोग लगाने के बाद घर के सभी सदस्य सिर्फ ठंडे व्यंजन ही खाते हैं. ऐसी मान्यता है कि इस व्रत को करने से शीतला माता देवी धन-धान्य से पूर्ण कर प्राकृतिक आपदाओं को दूर रखती है. इसके साथ ही पूजा करने एवं नियम और संयम से व्रत रखने पर चेचक, खसरा आदि रोगों का प्रकोप नहीं फैलता.