बाड़मेर.संत रविदास की 644वीं जयंती बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाई गई. इस अवसर पर बाड़मेर में कई कार्यक्रम आयोजित किए गए. बाड़मेर शहर के सर्वजनिक श्मशान घाट परिसर में श्मशान विकास समिति की ओर से आयोजित कार्यक्रम में संत रविदास की मूर्ति का अनावरण नगर परिषद के सभापति दिलीप माली ने किया. इसी तरह बाड़मेर जटिया रैगर समाज सेवा समिति के तत्वावधान में संत शिरोमणि रविदास जयंती को समारोह के रूप में मनाया गया. कार्यक्रम के मुख्य अतिथि दीपक माली सभापति नगर परिषद बाड़मेर, विशिष्ट अतिथि आदूराम मेघवाल भाजपा जिलाध्यक्ष, नवलदास महाराज, लक्ष्मण बडेरा प्रदेश उपाध्यक्ष भाजपा एससी मोर्चा, मीनाक्षी रैगर कार्यकारी अधिकारी महिला अपराध अनुसंधान सेल बाड़मेर, जयराम सहायक अभियंता पीएचडी सहित कई अतिथि रहें. कार्यक्रम की शुरुआत मंचासीन अतिथियों द्वारा संत रविदास एवं डॉ. भीमराव अम्बेडकर की तस्वीर पर माला एवं द्वीप प्रज्जलित कर किया.
कार्यक्रम में दीपक माली ने संत रविदास जयंती की बधाई और शुभकामनाएं देते हुए कहा कि संत रविदास हमारे प्रेरणाश्रोत थे. जटिया समाज की कच्ची बस्तियों में विकास लगातार किया जाएगा, जिसमें लाइट, पानी, रोड बनाना सहित कई विकास कार्य जारी रहेंगे. उन्होंने कहा कि जटिया समाज द्वारा शिव नगर का नामकरण भीम नगर, जटियो का तीसरा मोहल्ला करने जा रहे हैं, जिसमें हम सब साथ है. भविष्य में भी इस मोहल्ले को भीम नगर के नाम से जाना जाएगा. लक्ष्मण बडेरा ने संत रविदास की वाणियों पर उदाहरण देते हुए कहा कि भारत भूमि को युगों-युगों से अनेक साधु-संत पीर फकीर ने जन्म लेकर कृतार्थ किया है. इन सब में से एक संत रविदास है. इन्होंने अपने मन, कर्म तथा वचनों से समाज में फैले कुरीति स्वरूप जातिवाद, बड़े-छोटे के भेद को मिटाया है.