बालोतरा (बाड़मेर).जिले में पूर्व विधायक जनसेवक चम्पालाल बांठिया की 87वीं जयंती और चतुर्थ पुण्यतिथि पर संस्तुति एवं समर्पण कार्यक्रम सोमवार को महावीर गोशाला प्रांगण में आयोजित किया गया. इस कार्यक्रम की अध्यक्षता पचपदरा विधायक मदन प्रजापत के सानिध्य में की गई. वहीं, इस कार्यक्रम का संचालन दमन त्रिपाठी और सुरेश चितारा ने किया.
पचपदरा विधायक मदन प्रजापत ने कहा कि सेवा कार्यों की पहचान पीढ़ियों तक होती है, जबकि राजनीतिक कार्यों की पहचान सीमित समय तक ही रहती है, चंपालाल बांठिया जनसेवक थे. उन्होंने कहा कि बांठिया ने प्राणीमात्र की सेवा की. मूक पशुओं की सेवा में भी कोई कसर शेष नहीं रखी. प्रत्येक व्यक्ति अगर सेवा का छोटा से छोटा कार्य भी अपने हाथ में ले तो देश का सर्वांगीण विकास हो सकता है.
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कार्यक्रम के मुख्य अतिथि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रान्त संघ चालक ललित शर्मा ने कहा कि व्यक्ति को कभी स्वयं के लिए नहीं जीना चाहिए. मय से मुक्त होकर दूसरों की सेवा करें, यही सच्चा जीवन है, उसी का उदाहरण चंपालाल बांठिया थे. मनुष्य जीवन बहुत मुश्किल से मिलता है, उसको सही रूप में साकार करने का कार्य बांठिया ने किया है. जिन्होंने अकाल के समय समूचे क्षेत्र में सेवा कार्यों की सराहना कई लोग कर चुके है.
विशिष्ट अतिथि हमीरसिंह भायल ने कहा कि स्वर्गीय बांठिया के जीवन से जितना भी सीखा या सिखाया जाय वो कम ही है. मुझे भी उनके साथ रहकर उनका स्नेह मिला है. बांठिया किसी की भी सेवा के लिए हमेशा अपना काम छोड़ कर पहले जाते है और उसे पूरा करने के बाद ही वापस लौटते थे. ट्रस्ट की ओर से इस प्रकार के आयोजन करने पर मैं उनका स्वागत करता हूं. इसी के माध्यम से उनको याद करने का अवसर मिलता है.