वीर तेजाजी की मूर्ति हटाने के विरोध में लोग बैठे धरने पर बाड़मेर. जिले में लोक देवता वीर तेजाजी की मूर्ति जबरन हटाने को लेकर विवाद खड़ा हो गया है. प्रशासन के इस रवैए से नाराज लोगों ने मौके पर धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया है. विवाद के बीच रविवार को लोक देवता वीर तेजाजी की मूर्ति का अनावरण किया गया. धरना स्थल पर बीजेपी, कांग्रेस, आरएलपी समेत कई पार्टियों के नेता पहुंचे. मौके पर सुरक्षा व्यवस्थाओं को लेकर पुलिस जाब्ता भी तैनात किया गया है.
दरअसल बाड़मेर के जसदेर धाम तालाब के पास तिलक नगर में लोक देवता तेजाजी की मूर्ति को जबरन हटाए जाने को लेकर स्थानीय लोगों में गुस्सा देखने को मिल रहा है. रविवार को पूजा पाठ के बाद तेजाजी महाराज की प्रतिमा का अनावरण किया गया. मूर्ति स्थल के पास महिला-पुरुष धरने पर बैठे हुए हैं. जिला परिषद सदस्य नरपतराज मूढ़ ने बताया कि पिछले डेढ़ दशक से यहां पर मूर्ति स्थापित थी. शनिवार को स्थानीय लोगों द्वारा तेजाजी की जागरण के लिए मूर्ति स्थल पर साफ सफाई की. कुछ असामाजिक तत्व द्वारा यहां से मूर्ति ले गए. इससे लोगो मे रोष है और इसके बाद लोगो ने दोबारा मूर्ति लगाई. आनन-फानन में प्रशासन ने आकर कहा कि यहां पर कब्जा हैं इसे हटाएंगे ओर जबरन हटाने का प्रयास किया स्थानीय लोगों का विरोध को देखते हुए एक स्थगित कर दिया गया.
उन्होंने कहा कि प्रशासन से मांग करते हैं कि लोक देवता तेजाजी आराध्य देव है इसलिए किसी प्रकार की मूर्ति हटाए नहीं और लोगों की भावनाओं के अनुरूप चले. भाजपा जिलाध्यक्ष स्वरूपसिंह खारा ने कहा कि महापुरुष किसी एक जाति के नहीं है बल्कि सम्पूर्ण देश के होते हैं. उन्होंने कहा कि मुझे सूचना मिली कि शनिवार रात में जागरण थी और आज वीर तेजाजी की मूर्ति का अनावरण हो रहा है. इस पर यहां आया और सभी ने बड़े उत्साहपूर्वक मूर्ति का आवरण किया. खारा ने कहा कि तेजाजी महापुरुष थे और गायों की रक्षार्थ में उनका बलिदान हुआ. उन्होंने कहा कि महापुरुषों की प्रतिमाएं लगनी चाहिए, हम इस विषय के पक्षधर है.
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धरना स्थल पर पूर्व सांसद कर्नल सोनाराम चौधरी, चौहटन प्रधान रूपाराम सारण, कांग्रेस युवा नेता राजेंद्र चौधरी, आरएलपी नेता उम्मेदाराम बेनीवाल, गजेंद्र चौधरी, प्रधान चंद्रप्रकाश जानी, उदाराम मेघवाल, डॉ. राहुल बामणिया समेत कई लोग पहुंचे. वहीं, वीर तेजाजी की मूर्ति को लेकर चल रहे विवाद को देखते हुए पुलिस की ओर से जाब्ता तैनात किया गया है. उपाधीक्षक आनंद सिंह राजपुरोहित भी मौके पर पहुंचे. बताया जा रहा है कि बाड़मेर आगोर की सरकारी भूमि पर मूर्ति लगाने गई है. जिसे प्रशासन अतिक्रमण मान रहा है. जबकि लोगों का तर्क है कि कई सालों से यहां पर तेजाजी की मूर्ति स्थापित है. इससे लोगों की आस्था जुड़ी हुई है.