बाड़मेर.कोविड-19 की दूसरी लहर की वजह से बाड़मेर के मेडिकल कॉलेज अस्पताल को कोविड-19 अस्पताल में तब्दील कर दिया गया था. अस्पताल में सिर्फ कोविड मरीजों का उपचार किया जा रहा था. हालांकि सामान्य मरीजों का एक निजी अस्पताल में उपचार किया जा रहा था. लेकिन अब कोरोना की दूसरी लहर थमने लगी है जिसके चलते फिर से मेडिकल कॉलेज अस्पताल में सामान्य मरीजों के लिए ओपीडी शुरू हो गई है.
कोरोना महामारी की दूसरी लहर में अचानक बिगड़े हालातों के चलते अस्पताल पर मरीजों का बोझ बढ़ने से मेडिकल कॉलेज अस्पताल को कोविड-19 अस्पताल में तब्दील कर दिया गया था. 2 महीनों से यहां सिर्फ कोविड मरीजों का उपचार किया जा रहा था.लेकिन अब कोरोना का संक्रमण कम हो रहा है. इसे देखते हुए चिकित्सा विभाग ने मेडिकल कॉलेज अस्पताल में फिर से सामान्य मरीजों का उपचार शुरू कर दिया है.
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मेडिकल कॉलेज के अस्पताल के पीएमओ डॉ. बीएल मंसूरिया ने बताया कि कोविड-19 की दूसरी लहर में जिस तरह से एकाएक मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी हुई थी. उसकी वजह से मेडिकल कॉलेज अस्पताल में सिर्फ कोविड मरीजों का उपचार किया जा रहा था. सामान्य मरीजों के उपचार के लिए वैकल्पिक तौर पर निजी अस्पताल में व्यवस्थाएं की गईं थीं लेकिन अब हालात सामान्य हो रहे हैं. ऐसे में मेडिकल कॉलेज अस्पताल में फिर से सामान्य मरीजों के लिए ओपीडी शुरू की गई है ताकि सामान्य रोगियों का भी उपचार किया जा सके. वहीं ओपीडी करीब 900 तक पहुंच गई है.
उन्होंने बताया कि मेडिकल कॉलेज अस्पताल के सामान्य वार्ड कोविड-19 मरीजों से मुक्त कर दिए गए हैं. सामान्य वार्ड का सैनिटाइजेशन भी करवाया गया है. सिर्फ आईसीयू और सीसीयू यूनिट में कोविड-19 के कुछ मरीज भर्ती हैं जिनका उपचार चल रहा है. वहीं कोरोना मरीजों का वेदांता के फील्ड अस्पताल में उपचार किया जा रहा है.
5.61 करोड़ की लागत से 25 पेयजल योजनाएं स्वीकृत, विधायक मेवाराम जैन के प्रयास रंग लाए
बाड़मेरविधायक मेवाराम जैन के प्रयासों से विधानसभा क्षेत्र बाड़मेर के ग्रामीण इलाकों में पेयजल समस्याओं के समाधान के लिए 5 करोड़ 61 लाख की लागत से 2517 पेयजल योजनाओं को स्वीकृति मिली है. विधायक मेवाराम जैन ने बताया कि विधानसभा क्षेत्र के दूरदराज के क्षेत्र एवं पुराने कुओं पर मोटर एवं गहराई के कार्यों को लेकर जलदाय मंत्री बीवी कला एवं मुख्य अभियंता से मुलाकात कर विभिन्न योजनाओं को स्वीकृति मिली है.
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इन योजनाओं को मिली स्वीकृति
कुडला से शिवकर फाटा तक पाइप लाइन बिछाने के लिए 36.19 लाख, गेहूं में पंपसेट बदलने एवं पंप हाउस निर्माण के लिए 7.75 लाख, डिकेडी खारिया ताला में जलाशय निर्माण के लिए 14.66 लाख, नंदी गौशाला बाड़मेर में नलकूप निर्माण के लिए 12.58 लाख , पुनडो की बस्ती उण्डखा में ओपनवेल निर्माण के लिए 30.14 लाख, निहलानियों की ढाणी आदर्श उण्डखा मे ओपन वेल निर्माण के लिए 34.44 लाख, महाबार में नलकूप निर्माण के लिए 25.87 लाख ,ब्रजांगपुरा बलाऊ मे ओपनवेल निर्माण के लिए 28.23 लाख, बालेरा सेगड़ी जल प्रदाय योजना में दो ओपनवेल एवं पाइपलाइन के कार्य के लिए 47.36 लाख, बोला में नलकूप निर्माण के लिए 16.54 लाख रुपये जारी किए गए.
वहीं तिरसिंगडी मे नलकूप निर्माण के लिए 30.78 लाख, सुमारगर की कुटिया विशाला आगौर मे नलकूप निर्माण के लिए 15.7 लाख ,भाडखा का में दो नलकूप निर्माण के लिए 49 लाख, ओपन वेल की गहराई एवं चालू करने के लिए सरणु मे 14.13 लाख, बेरीवाला तला में 15.67 लाख, बेन्दो का तला में 19.97 लाख, धन्ने का तला 19.74 लाख, लाभु सुथारों का तला 23.38 लाख सांगाणा कुआं 14.66 लाख, राणीगांव में ओपनवेल निर्माण के लिए 16.18 लाख, वहीं ग्रामीण दिवितीय बाड़मेर में पंपसेट बदलने के लिए 21.04 लाख एवं मलवा में नलकूप निर्माण के लिए 15.30 लाख रुपए की स्वीकृति जारी हुई है.