बाड़मेर. राजस्थान के ग्रामीण इलाकों में इन दिनों पंच सरपंच चुनने की प्रक्रिया संपन्न की जा रही है. बुधवार को राजस्थान के बाड़मेर जिले के साथ ग्राम पंचायतों में पंच और सरपंच चुनने को लेकर नामांकन पत्र दाखिल करने की प्रक्रिया चल रही है. इस दौरान ग्रामीण इलाकों में इस समय चुनाव को लेकर जबरदस्त तरीके से माहौल देखने को मिल रहा है. वहीं, प्रशासन की ओर से कोविड-19 की गाइडलाइन की पालना करवाने के पुख्ता इंतजाम भी किए गए हैं, लेकिन कई जगह पर कोविड-19 के नियमों की धज्जियां उड़ रही है, तो कहीं पर पंच और सरपंच के उम्मीदवार कोविड-19 की गाइडलाइन की पालना करते भी नजर आ रहे हैं.
बुधवार को बाड़मेर आगोर ग्राम पंचायत में पंच और सरपंच के लिए नामांकन पत्र दाखिल करने के लिए उम्मीदवारों की लंबी फेहरिस्त नजर आई. इस दौरान पंच और सरपंच उम्मीदवारों के दावे हैं कि वह अगले 5 साल में अपनी ग्राम पंचायत में जमकर विकास करवाएंगे, लेकिन सबसे बड़ा सवाल है कि आखिर इससे पहले भी वोट लेने के लिए पंच सरपंचों ने खूब दावे किए. जीतने के बाद पर किसी भी तरीके की कार्रवाई अमल में नहीं लाया जाता है. जिसके चलते वोट देने वाली ग्रामीण इलाके की जनता कहीं न कहीं खुद को ठगा महसूस कर रही है.